कोलकाता। लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों का दल- बदलने का सिलसिला जारी है। इस बीच, पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) को बड़ा झटका लगा है। सोमवार को टीएमसी के वरिष्ठ नेता तापस रॉय ने विधायक पद से इस्तीफा देते हुए पार्टी को छोड़ने का ऐलान किया। मीडिया को अपना फैसला सुनाते हुए तापस ने कहा, कि इस साल जनवरी में मेरे घर पर ED के छापे पड़े। इस दौरान तृणमूल कांग्रेस ने मेरा साथ नहीं दिया।
तापस रॉय ने कहा, कि वह भ्रष्टाचार और संदेशखलीकांड को लेकर तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफ दे रहे हैं। उन्होंने कहा- मैं पार्टी के कामकाज के तरीके से वास्तव में निराश हूं। मैं पार्टी और सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के इतने सारे आरोपों से तंग आ चुका हूं। हालांकि TMC के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष और ब्रत्य बसु ने तापास को मनाने की कोशिशें की लेकिन वह नहीं माने और इस्तीफा दे दिया।
तापस रॉय ने विधानसभा अध्यक्ष इस्तीफा सौंपने के बाद कहा, कि ‘अब मैं एक आज़ाद पंछी हूं।’ उन्होंने कहा TMC मेरे लिए नहीं है, जहां भी मैं देखता हूं…वहां इस पार्टी में भ्रष्टाचार दिखता है। कोई दूसरा अपराध करे और बाकी सबको उसकी सजा भुगतनी पड़े, ये सही नहीं है। मैं कई तरह के विवाद झेल रहा था।
पूर्व टीएमसी नेता ने कहा, मैं लंबे अरसे से विधानसभा भी नहीं गया। पार्टी के कार्यक्रमों में भी नहीं जा रहा था। आज मैंने इस्तीफा दे दिया है। आगे क्या कदम उठाऊंगा, इसके बारे में अभी नहीं सोचा है।