संगारेड्डी। पीएम नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को संगारेड्डी (Sangareddy) में 7,200 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में सड़क, रेल, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस जैसे कई प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं।
प्रधानमंत्री ने हैदराबाद में नागरिक उड्डयन अनुसंधान संगठन (सीएआरओ) केंद्र राष्ट्र को समर्पित किया। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने इसे नागरिक उड्डयन क्षेत्र में अनुसंधान और विकास (आरएंडडी) गतिविधियों को और बेहतर करने के लिए हैदराबाद के बेगमपेट हवाई अड्डे पर स्थापित किया है।
इसका उद्देश्य स्वदेशी और नवीन समाधान प्रदान करने के लिए घरेलू और सहयोगी अनुसंधान के माध्यम से विमानन क्षेत्र को एक वैश्विक अनुसंधान मंच प्रदान करना है। इस पर 350 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘बीते 10 वर्षों से केंद्र सरकार तेलंगाना को विकास की नई ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए निरंतर काम कर रही है। आज 140 करोड़ देशवासी विकसित भारत के निर्माण के लिए संकल्पबद्ध हैं और विकसित भारत के लिए आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का होना उतना ही जरूरी है इसलिए इस साल के बजट में हमने इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 11 लाख करोड़ रुपये दिए हैं। हमारा प्रयास है कि तेलंगाना को इसका ज्यादा से ज्यादा लाभ मिले।’
पीएम मोदी ने तीन राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग-65 के 29 किलोमीटर लंबे पुणे-हैदराबाद खंड को छह लेन बनाने की आधारशिला भी रखी। यह परियोजना तेलंगाना के प्रमुख औद्योगिक केंद्र पाटनचेरु के पास पशमिलारम औद्योगिक क्षेत्र को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने छह नयी स्टेशन इमारतों के साथ सनतनगर-मौला अली रेल लाइन के दोहरीकरण और उसके विद्युतीकरण का भी उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने घाटकेसर-लिंगमपल्ली से मौला अली-सनतनगर के बीच पहली एमएमटीएस (मल्टी-मोडल परिवहन सेवा) ट्रेन सेवा को भी हरी झंडी दिखायी।
यह ट्रेन सेवा पहली बार हैदराबाद-सिकंदराबाद शहर क्षेत्रों में लोकप्रिय उपनगरीय ट्रेन सेवा को नए क्षेत्रों तक बढ़ाएगी। उन्होंने इंडियन ऑयल पारादीप-हैदराबाद उत्पाद पाइपलाइन का भी उद्घाटन किया। कुल 4.5 एमएमटीपीए की क्षमता वाली 1,212 किलोमीटर लंबी उत्पाद पाइपलाइन ओडिशा (329 किमी), आंध्र प्रदेश (723 किमी) और तेलंगाना (160 किमी) राज्यों से होकर गुजरती है।
यह पाइपलाइन पारादीप रिफाइनरी से आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम, अतचुतापुरम और विजयवाड़ा और तेलंगाना में हैदराबाद के पास मलकापुर के डिलीवरी स्टेशन तक पेट्रोलियम उत्पाद का सुरक्षित और किफायती परिवहन सुनिश्चित करेगी।