नई दिल्ली: भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से निपटने में हर व्यक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा का उपभोग आवश्यकता के अनुसार और टिकाऊ तरीके से किया जाना चाहिए। यह टिप्पणी उपराष्ट्रपति ने री-इन्वेस्ट 2024 के समापन सत्र के दौरान की।
उन्होंने कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव आया है, और अब समय आ गया है कि हम पर्यावरण को हुए नुकसान को रोकने और सुधारने के लिए सक्रिय प्रयास करें। श्री धनखड़ ने भारत की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक परंपराओं को जलवायु के संरक्षण से जोड़ते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति हमेशा से ही पर्यावरण के संरक्षण को महत्व देती आई है।
उपराष्ट्रपति ने उल्लेख किया कि भारत हरित हाइड्रोजन और अन्य नई तकनीकों के माध्यम से रोजगार के नए अवसर पैदा कर रहा है, जिससे देश के युवाओं के लिए भविष्य के रास्ते खुल रहे हैं। उन्होंने सभी हितधारकों से मिलकर काम करने की अपील की ताकि एक स्थायी और समृद्ध भविष्य की दिशा में बढ़ा जा सके।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री, गुजरात के मुख्यमंत्री और अन्य प्रमुख गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।