चंड़ीगढ़। बीते दिन मनोहर लाल खट्टर के अपने पद से इस्तीफा देने के कुछ घंटों बाद सांसद नायब सैनी ने राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इससे पहले खट्टर ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मुलाकात की और अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ इस्तीफा दे दिया। नायब सिंह सैनी ओबीसी समुदाय से आते हैं और पिछले साल उन्हें हरियाणा बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। हरियाणा में नई सरकार के गठन के बाद अब प्रदेश विधानसभा में एक दिवसीय स्पेशल सत्र शुरू हो गया है। यहां पर अब नायब सैनी सरकार का फ्लोर टेस्ट शुरू हुआ है। वहीं, जेजेपी ने अपने विधायकों के लिए थ्री लाइन व्हिप जारी किया है।
उधर, व्हिप के बावजूद जेजेपी के केवल 4 विधायक ही सदन में पहुंचे हैं। इन विधायकों में जोगीराम सिहाग, ईश्वर सिंह, रामकुमार गौतम और देवेंद्र बबली सदन में मौजूद हैं। जबकि छह विधायक सदन में नहीं पहुंचे हैं। ऐसे में जेजेपी में टूट देखने को मिले हैं। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कुछ देर के लिए हंगामा भी हुआ। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने स्पीकर से मांग की कि एक घंटे के लिए सदन की कार्यावाही स्थगित की जाए, क्योंकि उनके सदस्य नहीं पहुंचे हैं। सदन में कांग्रेस विधायकों ने इमरजेंसी में सदन बुलाने पर सवाल खड़े किए। कांग्रेस के विधायक बीबी बत्तरा ने सवाल उठाया और पूछा कि आखिरकार ऐसी क्या इमरजेंसी थी कि आनन-फानन में सदन को बुलाया गया। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पूछा कि क्या गवर्नर की तरफ से किसी खास हालात को लेकर कोई ऐसे आदेश आए हैं कि इतनी इमरजेंसी में सदन को बुलाना पड़ा।
इस दौरान स्पीकर और कांग्रेस विधायकों में बहस हुई। वहीं, सदन में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जब बात रखी तो कांग्रेस विधायकों ने विरोध करते हुए हंगामा किया। उधर, व्हिप के बावजूद जेजेपी के केवल 5 विधायक ही सदन में पहुंचे हैं। इन विधायकों में जोगीराम सिहाग, ईश्वर सिंह, रामकुमार गौतम, रामनिवास सूरजाखेड़ा और देवेंद्र बबली सदन में मौजूद हैं। जबकि 5 विधायक सदन में नहीं पहुंचे हैं। नवनियुक्त मुख्यमंत्री नायब सैनी पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं।
सीएम ने पेश किया विश्वास प्रस्ताव
सीएम नायब सैनी ने विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया है। इस पर अब दो घंटे तक चर्चा होगी और फिर बाद में वोटिंग होगी। फिलहाल, प्रस्ताव पेश करने के बाद जेजेपी के पांच विधायकों ने सदन से वॉकऑउट कर दिया है। इसके अलावा, निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू भी सदन से बाहर चले गए हैं।