नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के नतीजे आने से एक दिन पहले सोमवार को दिल्ली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान दोनों वरिष्ठ नेताओं के बीच क्या बात हुई, इस बारे में आधिकारिक रूप से कोई जानकारी नहीं दी गई है.
नीतीश कुमार के नेतृत्व वाला जनता दल (यूनाइटेड), राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का हिस्सा है. माना जा रहा है कि बिहार में जद (यू) की लोकप्रियता में हाल के वर्षों में कुछ गिरावट आई है. इसके बावजूद कुमार के नेतृत्व वाली यह पार्टी एक प्रमुख राजनीतिक ताकत है.
इसके अलावा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की गृहमंत्री अमित शाह से फोन पर बात हुई है. अब नीतीश कुमार अमित शाह के आवास अब नहीं जाएंगे. कल की मतगणना से पहले आज हुए ये बातचीत महत्त्वपूर्ण मानी जा रही है. आज ही नीतीश कुमार पटना के लिए रवाना हो जाएंगे.
लोकसभा चुनाव में इस बार बिहार में राजग ने एक साथ चुनाव लड़ा है. इस गठबंधन में भाजपा और जद(यू) के अलावा चिराग पासवान और पशुपति पारस के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा), पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की अगुआई वाला हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं.
वहीं, विपक्षी गठबंधन की अगुआई प्रदेश में राष्ट्रीय जनता दल कर रहा है. इसमें कांग्रेस और वामपंथी दल शामिल हैं. नीतीश कुमार वर्ष 2005 से ही बिहार की कमान संभालते रहे हैं. बिहार विधानसभा में आंकड़ों के लिहाज से राजद और भाजपा के बाद उनकी पार्टी तीसरे स्थान पर है.
इसके अलावा आज केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं ने जेपी नड्डा के घर पर एक अहम बैठक भी की. केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं की ये बैठक एग्जिट पोल में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की बड़ी जीत की भविष्यवाणी और विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंन्स’ (‘इंडिया’) की कई दौर की बैठकों की पृष्ठभूमि में हुई है.
समझा जाता है कि इसके मद्देनजर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने इस बैठक में मौजूदा राजनीतिक स्थिति का जायजा लिया और भावी रणनीति को लेकर चर्चा की. विपक्षी गठबंधन ने एग्जिट पोल के अनुमानों को सिरे से खारिज कर दिया है और दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता से बाहर होने वाली है.
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी वाली इस बैठक को लेकर पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन माना जा रहा है कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने विपक्ष से मुकाबले की रणनीति पर भी मंथन किया.