प्रमुख योजनाएं- सिटी फॉरेस्ट परियोजना,आढत बाजार पुनर्विकास परियोजना, मसूरी मॉल रोड का फसाड एवं सौंदर्गीकरण
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण की लगभग 226 करोड़ की विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इनमें 186 करोड़ के शिलान्यास एवं 40 करोड़ के लोकार्पण शामिल हैं। मुख्यमंत्री द्वारा मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की लोकार्पण एवं शिलान्यास की गई योजनाओं में मुख्य रुप से सिटी फॉरेस्ट परियोजना, हरबर्टपुर बस स्टैण्ड, आढत बाजार पुनर्विकास परियोजना, मसूरी मॉल रोड का फसाड एवं सौंदर्गीकरण का कार्य, इको पार्क मसूरी, मालदेवता क्षेत्र में वॉटरफॉल (जल प्रपात) का सौंदर्गीकरण का कार्य, गौरा देवी पार्क एवं कृत्रिम झील का सौंदर्गीकरण कार्य, राजकीय इण्टर कॉलेज मियांवाला के समीप जौहड़ की भूमि पर वॉटर पार्क लैण्डस्केपिंग का कार्य, मियांवाला पंचायत घर के पास गन्ना सेन्टर के समीप भूमि पर पार्क निर्माण/लैण्डस्केपिंग / सौंदर्गीकरण कार्य, एवं आई०एस०बी०टी० परिसर में लैण्डस्केपिंग / आरबोरीकल्चर का कार्य शामिल है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की लगभग 226 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण, यहां के विकास में मील का पत्थर साबित होंगी। साथ ही जनप्रतिनिधियों द्वारा उठाई गई विभिन्न मांगों पर शीघ्र कार्य किया जायेगा। उन्होंने कहा सरकार ने विभिन्न कार्यक्रमों के तहत संपूर्ण प्रदेश में कई शिलान्यास और लोकार्पण किए है। जिसमें टनकपुर में 2215 करोड़, हरिद्वार में एनएचएआई की 4700 करोड़, हरिद्वार में 1168 करोड़, चंपावत में 161 करोड़, अल्मोड़ा में 117 करोड़, पौड़ी गढ़वाल में 828 करोड़, रुद्रप्रयाग में 456 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया गया। राज्य सरकार का संकल्प है कि जिन योजनाओं का शिलान्यास किया है उनका लोकार्पण भी किया जाए। सरकार हर क्षेत्र के संतुलित विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है। हमारा जोर संतुष्टिकरण पर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। देश तेजी से विकास करते हुए हर क्षेत्र में आगे बढ़ा है। सुरक्षा, आर्थिक समृद्धि, आस्था के सम्मान, आजीविका, हर क्षेत्र में दुनिया नए भारत का दर्शन कर रही है, भारत की ताकत को प्रतिष्ठित कर रही है। देश के विकास के साथ ही उत्तराखंड का भी तीव्र विकास हुआ है। लोगों की उत्तराखण्ड के प्रति धारणा बदल चुकी है। डबल इंजन की सरकार डबल स्पीड में काम कर रही है। राज्य में नौजवानों के लिए रोजगार के अवसर तेजी बढ़ें हैं, नागरिक सुविधाओं का विस्तार हुआ है, गरीबों को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है, किसानों का सम्मान बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा राज्य में चौड़ी सड़कों का जाल बिछ रहा है, ऋषिकेश के बाद अब उधमसिंह नगर में एम्स का सेटेलाइट सेंटर बन रहा है। दिल्ली देहरादून एलिवेटेड एक्सप्रेस वे, ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन, हवाई सेवाओं का विस्तार हुआ है। स्वास्थ्य सेवाएं पहले से बेहतर हुई हैं। देहरादून से अयोध्या तक की हवाई सेवा शुरू हुई है। पंतनगर, चिन्यालीसौड़, गौचर में हवाई अड्डे का विकास हो रहा है। राज्य के प्रत्येक क्षेत्र को हेली सेवा से जोडने का कार्य जारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा राज्य में नकल विरोधी कानून के तहत नकल कराने वालों पर कार्यवही हो रही है, महिलाओं को समान अधिकार देने हेतु समान नागरिक संहिता लागू किया है, लैंड जिहाद के खिलाफ युद्ध स्तर पर कार्यवाही हो रही है और दंगारोधी कानून लाया गया है। केदारखण्ड के साथ ही मानसखण्ड मंदिर माला के तहत मंदिरों के सौंदर्यीकरण का कार्य जारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ की पवित्र भूमि से “21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखंड का दशक” बताया था। उसी क्रम में देवभूमि में चहुंमुखी विकास किया जा रहा है, उत्तराखंड को आत्मनिर्भर बनाने के कार्य निरंतर जारी है। सक्षम, समर्थ और विकसित उत्तराखंड बनाने की नींव को मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने कहा राज्य सरकार आगे भी प्रधानमंत्री की आंकांक्षाओं और उम्मीदों पर खरा उतरेगी।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, केबिनेट मंत्री गणेश जोशी, विधायक उमेश शर्मा काऊ, उत्तराखण्ड अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष डॉ. आरके जैन, वी. सी एमडीडीए बंशीधर तिवारी, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।