लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 2025 में होने वाले महाकुंभ को भव्य बनाने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार तैयारियों में जुटी है। इस महाकुंभ में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को दिव्यता और नव्यता का अनुभव कराने की योजना बनाई गई है। इस आयोजन में विश्व के कई प्रमुख देशों के गणमान्य व्यक्ति हिस्सा लेंगे, जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने को लेकर भी उत्साहित हैं।
महाकुंभ के दौरान पहली बार इज़राइल, अमेरिका, फ्रांस और अन्य देशों के प्रतिष्ठित लोग गंगा आरती में शामिल होंगे। उनके साथ भारतीय सेना के जवान भी रहेंगे, जो इस आयोजन को और भी भव्य बनाएंगे।
देशभर से संतों का होगा सम्मान
प्रयागराज के रामघाट स्थित हरिहर गंगा आरती समिति के अध्यक्ष सुरेश चंद्रा ने बताया कि काशी के तर्ज पर प्रयागराज में 1997 में गंगा आरती की शुरुआत की गई थी, और यह परंपरा अब तक अनवरत चल रही है। महाकुंभ के अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ देशभर से आने वाले संतों का विशेष सम्मान किया जाएगा। भारत के विभिन्न तीर्थ स्थलों के संतों का एक साथ इस आयोजन में शामिल होना एक ऐतिहासिक क्षण होगा।
दुनिया भर से योगी आदित्यनाथ से मिलने आ रहे दिग्गज
महाकुंभ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए इज़राइल, अमेरिका, फ्रांस, वियतनाम, इटली, कनाडा, और म्यांमार जैसे देशों के कई प्रमुख व्यक्ति आ रहे हैं। ये सभी विदेशी मेहमान गंगा आरती का अनुभव करेंगे और उनके साथ भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। सभी को हरिहर गंगा आरती समिति द्वारा विशेष अतिथि के रूप में सम्मानित किया जाएगा।
पौधरोपण का संकल्प
अयोध्या के साधु-संतों ने महाकुंभ को यादगार बनाने के लिए पर्यावरण संरक्षण के तहत एक लाख ग्यारह हजार पौधे लगाने का संकल्प लिया है। राम वैदेही मंदिर के प्रमुख संत स्वामी दिलीप दास त्यागी ने बताया कि महाकुंभ के दौरान इस संकल्प को पूरा किया जाएगा, जिससे आयोजन को हरित और स्वच्छ बनाने में योगदान मिलेगा।