डिलीवरी के बाद भी महिलाओं के शरीर में कई तरह के हार्मोनल चेंजेज होते हैं. आजकल ज्यादातर महिलाएं सी-सेक्शन के जरिए बच्चे को जन्म देती है. महिलाओं को अक्सर डिलीवरी के बाद ब्रेस्टफीडिंग में कई सारी दिक्कतें होती है. कई महिलाओं को आराम से दूध उतरता है लेकिन कुछ महिलाओं को बहुत ज्यादा दिक्कत होती है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि महिलाओं को क्या कदम उठाने चाहिए. जिसके कारण उनके बच्चे को पर्याप्त दूध मिले जो उनके सेहत के लिए अच्छा हो।
सेहत पर बुरा असर पड़ता है
महिलाओं को अक्सर डिलीवरी के बाद देखा गया है कि उन्हें बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग करवाने में की सारी दिक्कतें होती है. उन्हें दूध नहीं उतरता है. कई महिलाओं को दूध तक नहीं होती है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि माताओं को यह कदम उठाने चाहिए. इसके कारण बच्चे और मां दोनों की सेहत प्रभावित होते हैं।
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक माताओं को अक्सर डिलीवरी के बाद दूध नहीं उतरता है. इसके पीछे का कारण डाइट होता है. कई बार ऐसा होता है कि माताएं अपनी गर्भावस्था के दौरान सही और अच्छी डाइट नहीं लेती है. जिसके कारण उन्हें डिलीवरी के बाद कई सारी समस्याएं होती है. इसके कारण बच्चे को ब्रेस्ट फ्रीडिंग के दौरान दिक्कत हो सकती है. दूध कम आता है।
महिलाओं को बच्चे होने के अपनी डाइट का खास ख्याल रखना चाहिए
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक कई बार सी-सेक्शन के बाद बच्चे होते ही मां से अलग नर्सरी में रख दिया जाता है. ऐसे में मां बच्चे को देख नहीं पाती है. जिसके कारण दूध नहीं होता है. ऐसा भी देखा जाता है कि बच्चा मां के संपर्क आता है तब महिला का दूध उतरने लगता है. उन्होंने कहा कि सर्जरी के दौरान भी ऐसा होता है।
महिला का शरीर अंदर से कमजोर रहता है तब भी दूध उतरने में वक्त लगता है. कई बार ऐसा होता है कि मां को दूध इतना कम होता है कि उनका पेट ही नहीं भर पाता है. ऐसे में महिलाओं को क्या करना चाहिए. महिलाओं को अपनी डाइट ज्यादा से ज्यादा चीजों और पोषण और प्रोटीन को शामिल करना चाहिए. इससे दूध आने लगती है।