नई दिल्ली। ब्रिटेन की हाउस ऑफ कॉमन्स की 650 सीटों पर 4 जुलाई को स्थानीय समयानुसार सुबह सात बजे वोटिंग की शुरुआत हो गई है. ब्रिटेन के आम चुनावों में कंजर्वेटिव और लेबर पार्टी एक दूसरे को कड़ी टक्कर दे रही हैं. इस बीच ये अनुमान लगाया जा रहा है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की कुर्सी खतरे में हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि ब्रिटेन में आम चुनाव होने से पहले एक चुनावी सर्वेक्षण किया गया था जिसमें की ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी के मुकाबले लेबर पार्टी को ब्रिटिश वोटर्स ज्यादा सपोर्ट दे रहे थे. इसके अलावा YouGov की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन के 65% भारतीय वोटर्स, सुनक के पक्ष में नहीं हैं.
आपको बता दे कि ब्रिटेन में करीब 25 लाख भारतीय वोटर्स हैं. सर्वे में शामिल हुए भारतीयों ने पीएम सुनक पर आरोप लगाया है कि पिछले डेढ़ साल के कार्यकाल में ऋषि सुनक ने भारतीयों के लिए कोई काम नहीं किया है. जिसकी वजह से वो उनके समर्थन में नहीं हैं. यहीं नहीं ऋषि सुनक ने भारतीयों के लिए ब्रिटेन में कानूनों को और सख्त बना दिया है. ऋषि सुनक की सरकार ने वीजा नियमों को और सख्त कर दिया है, इसके अलावा महंगाई और रोजगार के मामले में ऋषि सुनक ने अपने कार्यकाल में कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं.
भारतीयों को खुश करने में असफल रहे ऋषि सुनक
रिपोर्ट के मुताबिक कंजर्वेटिव पार्टी ये सोचकर बैठी है कि ऋषि सुनक को भारतीय वोटर्स का सपोर्ट मिलेगा , लेकिन आंकड़ों से स्थिति उल्टी होती नजर आ रही है. इस रिपोर्ट के जारी होने से पहले ब्रिटेन रणनीतिकारों अनुमान लगा रहे थे कि सुनक को भारतीय वोटर्स की ओर से पूरा सपोर्ट मिलेगा और यहां के भारतीयों का झुकाव उनकी तरफ होगा, लेकिन सुनक अब इसमें असफल दिख रहे हैं.