नई दिल्ली। लोकसभा सत्र के छठे दिन सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) आमने-सामने आ गए. राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत संविधान से की और बात ‘हिंदुत्व’ तक पहुंच गई. राहुल गांधी ने सदन में शिव, हिंदू और हिंदुत्व को लेकर ऐसा बयान दिया कि हंगामा शुरू हो गया यहां तक कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें जवाब देने के लिए खड़े हो गए. इसी मुद्दे को लेकर गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी विपक्ष के नेता राहुल गांधी को खरी खोटी सुनाई और माफी मांगने की मांग कर दी.
राहुल गांधी ने क्या कहा?
राहुल गांधी ने कहा, “जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो दिन रात हिंसा, हिंसा, नफरत, नफरत, असत्य, असत्य असत्य कहते हैं.” इतना कहते ही सदन में बवाल हो गया. भाजपा नेताओं ने इसपर घोर आपत्ति जताई. हालांकि, राहुल यहीं नहीं रुके.
राहुल गांधी ने कहा, “प्रधानमंत्री ने एक बार अपने भाषण में कहा कि हिंदुस्तान ने कभी किसी पर हमला नहीं किया. इसका कारण है. हिंदुस्तान अहिंसा का देश है, यह डरता नहीं है. हमारे महापुरुषों ने यह संदेश दिया- डरो मत, डराओ मत. शिवजी कहते हैं- डरो मत, डराओ मत और त्रिशूल को जमीन में गाड़ देते हैं. दूसरी तरफ जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा-हिंसा..नफरत-नफरत-नफरत… आप हिंदू हो ही नहीं. हिंदू धर्म में साफ लिखा है सच का साथ देना चाहिए.”
राहुल गांधी की इस बात को सुनते ही पीएम मोदी अपनी चेयर पर उठकर खड़े हुए. उन्होंने कहा, “पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर बात है.” इस पर राहुल गांधी ने जवाब दिया, “पीएम मोदी और भाजपा पूरा हिंदू समाज नहीं है.”
अभय मुद्रा को किया एक्सप्लेन
राहुल गांधी ने कहा अपने भाषण में अभय मुद्रा का जिक्र किया और धार्मिक ग्रंथों की बातों का उदाहरण देकर अपनी बात समझाने की कोशिश भी की. उन्होंने कहा कुरान में लिखा है- ‘पैगंबर ने कहा है कि डरना नहीं है. गुरु नानक जी के चित्र में भी आपको अभय मुद्रा दिखेगी. वह भी कहते हैं, डरो मत, डराओ मत. जीजस क्राइस्ट की फोटो में भी अभय मुद्रा है. जीजस ने कहा था- कोई आपको एक थप्पड़ मारे तो दूसरा गाल आगे कर दो.”
हिंदुत्व पर अपनी बात रखने के लिए राहुल गांधी लोकसभा में शिव जी का फोटो दिखाना चाह रहे थे, जिससे स्पीकर ओम बिरला ने रोक दिया. इसके बाद राहुल ने कहा- “शिव जी हमारी प्रेरणा हैं. शिव जी के गले में सांप है, जो यह दर्शाता है कि वे मृत्यु को अपने पास रखते हैं. वह यह कहना चाहते हैं कि मैं सच्चाई के साथ हूं.”
राहुल गांधी ने कहा- “शिव जी के बाएं कंधे के पीछे त्रिशूल है. त्रिशूल हिंसा का प्रतीक नहीं है. अगर वह हिंसा का प्रतीक होता तो दाएं हाथ में होता. हमने जब BJP से लड़ाई की, तब हिंसा नहीं की.” क्या होती है ‘अभय मुद्रा’ जिसका जिक्र राहुल गांधी ने लोकसभा में किया, क्या संदेश देती है यह मुद्रा
अमित शाह ने की माफी की मांग
इस बीच जवाब देने के लिए गृह मंत्री अमित शाह भी खड़े हो गए. शाह ने राहुल गांधी से माफी मांगने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि राहुल अपने इस बयान के लिए पूरे देश से माफी मांगें. अमित शाह ने कहा- “राहुल को पता नहीं है कि करोड़ों लोग गर्व से अपने आप को हिंदू कहते हैं. आप हिंसा की बात करते हैं. हिंसा की भावना को भरे सदन में किसी धर्म के साथ जोड़ना गलत है. राहुल को माफी मांगनी चाहिए.”
अमित शाह ने कहा- “राहुल गांधी ने नियमों का उल्लंघन किया है. वह भाजपा को हिंसक नहीं कह सकते है. राहुल को अगर नियम नहीं पता तो ट्यूशन रख लें.”