नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस पर राजभवन की एक अस्थाई महिला कर्मचारी ने छेड़खानी के आरोप लगाए हैं. उन्होंने इस संबंध में पुलिस स्टेशन में शिकायत भी दर्ज कराई है. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के खिलाफ आरोप पीएम मोदी की दो दिवसीय पश्चिम बंगाल यात्रा से ठीक पहले आए हैं.
इन आरोपों पर राज्यपाल की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा, ‘सच्चाई की जीत होगी. मैं गढ़ी गई कहानियों से डरने वाला नहीं हूं. अगर कोई मुझे बदनाम करके कुछ चुनावी लाभ चाहता है, तो भगवान उन्हें आशीर्वाद दें. लेकिन वे बंगाल में भ्रष्टाचार और हिंसा के खिलाफ मेरी लड़ाई को नहीं रोक सकते.’
टीएमसी नेताओं ने राज्यपाल को घेरा
इस मामले के सामने आने के बाद टीएमसी नेताओं ने राज्यपाल को घेरना शुरू कर दिया है. टीएमसी नेता शशि पांजा ने कहा, ‘संदेशखाली की घटना पर जो राज्यपाल नारी सम्मान की बात कर थे वही राज्यपाल आज नारी का अपमान कर रहे हैं. शिकायतकर्ता के साथ यह बदसलुकी बार-बार की गई होगी.’
उन्होंने आगे कहा, ‘हमें मिली खबरों के अनुसार महिला एक अस्थाई कर्मी है और आर्थिक कारणों के कारण महिला ने राज्यपाल से अपने रोजगार को स्थाई करने की दरख्वास्त की. अगर इसके बदले में आप उनसे (महिला) बदसलूकी करते हैं तो इससे दुर्भाग्यजनक बात नहीं हो सकती. महिला ने हेर स्ट्रीट थाने में शिकायत दर्ज कराई है, आगे की जांच चल रही है.’