कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार ने आरजी कर अस्पताल में जारी गतिरोध को सुलझाने के लिए प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों को बातचीत के लिए ‘आखिरी मौका’ दिया है। इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और डॉक्टरों के बीच बातचीत के लाइव टेलिकास्ट को लेकर असहमति के चलते वार्ता नहीं हो पाई थी। डॉक्टर 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या के मामले में न्याय की मांग करते हुए 1 महीने से अधिक समय से धरने पर बैठे हैं और सरकारी अस्पताल में काम ठप कर रखा है।
सरकार ने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को एक ईमेल भेजा है, जिसमें मुख्य सचिव मनोज पंत ने उन्हें सोमवार, 16 सितंबर को शाम 5 बजे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कालीघाट स्थित आवास पर बातचीत के लिए बुलाया है। ईमेल में कहा गया है, “यह पांचवीं और आखिरी बार है जब हम मुख्यमंत्री और आपके बीच बैठक के लिए आपसे संपर्क कर रहे हैं। हम आपको खुले मन से चर्चा के लिए आमंत्रित कर रहे हैं।”
मुख्य सचिव ने यह भी स्पष्ट किया कि शनिवार को बनी सहमति के अनुसार, बैठक की कोई ‘लाइव-स्ट्रीमिंग या वीडियोग्राफी’ नहीं की जाएगी, लेकिन बातचीत को रिकॉर्ड किया जाएगा और दोनों पक्ष इस पर हस्ताक्षर करेंगे। प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने कहा कि वे इस प्रस्ताव पर आपस में चर्चा करेंगे और फिर बैठक में भाग लेने के बारे में अपने निर्णय की घोषणा करेंगे।
इससे पहले, शनिवार को ममता बनर्जी अचानक प्रदर्शन स्थल पर पहुंची थीं और डॉक्टरों को आश्वासन दिया था कि उनकी मांगों को स्वीकार किया जाएगा। हालांकि, प्रस्तावित बैठक रद्द हो गई थी, क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने दावा किया था कि उन्हें तीन घंटे तक मुख्यमंत्री आवास के गेट पर इंतजार करने के बाद जाने को कहा गया था।