नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि आर्थिक उन्नति और बुनियादी ढांचे के प्रोजेक्ट्स के साथ भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि देश 2075 तक अमेरिका को पछाड़कर दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आर्थिक मोर्चे पर देश तेजी से तरक्की कर रहा है, भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है. मुझे पूरा यकीन है कि साल 2075 तक भारत अमेरिका को पीछे छोड़कर दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा.
पिछले 3-4 सालों में 8 करोड़ नए रोजगार अवसर पैदा हुए
दरअसल, शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने नमो एप पर भारत की उपलब्धियों को साझा किया. इस दौरान उन्होंने बताया कि पिछले 3-4 सालों में देश में 8 करोड़ नए रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं. देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार बढ़ रहा है, 5 जुलाई को यह 657.16 बिलियन डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया. इसके अलावा भारत का यूपीआई भुगतान सिस्टम अब कतर में भी शुरू हो गया है. वहां की नेशनल बैंक के साथ मिलकर क्यूआर कोड आधारित यूपीआई सेवा शुरू की गई है. भारत से साइकिलों का निर्यात बढ़ रहा है. यूरोप, मोजाम्बिक और चाड जैसे देशों से साइकिलों के ऑर्डर मिल रहे हैं.
देश में डिजिटल पेमेंट का चलन भी तेजी से बढ़ रहा
प्रधानमंत्री ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था में बढ़ोतरी के लिए देश की सुरक्षा के लिए निगरानी प्रणाली पर खर्च बढ़ रहा है. इस क्षेत्र का मूल्य वर्तमान में 4.3 बिलियन डॉलर है, जो साल 2029 तक बढ़कर 15 बिलियन डॉलर से अधिक हो जाएगा. देश में डिजिटल पेमेंट का चलन तेजी से बढ़ रहा है. साल 2030 तक यह दोगुना होकर 7 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. भारत ने रक्षा क्षेत्र में भी मजबूती हासिल की है और विस्फोटक पदार्थों के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय प्रगति की है. ‘एसईबीईएक्स-2’ नामक विस्फोटक टीएनटी से दोगुने से अधिक शक्तिशाली हैं.
9 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ जाएगा देश का खाद्य बाजार
उन्होंने ये भी बताया कि दिल्ली के रायसीना हिल पर बन रहे संग्रहालय का आकार पेरिस के लूवर संग्रहालय से दोगुना होगा. यह संग्रहालय अगले साल यानि 2025 तक यह बनकर तैयार हो जाएगा. इसके अलावा देश का खाद्य बाजार तेजी से बढ़ रहा है, साल 2030 तक यह 5.5 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 9 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है. पीएम मोदी ने सूर्य मिशन की सफलता के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि भारत के सूर्य मिशन ‘आदित्य-एल1’ ने सूर्य-पृथ्वी एल1 बिंदु के चारों ओर अपनी पहली प्रभामंडल कक्षा पूरी की.