पिटकुल के एमडी पीसी ध्यानी बोले, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में ऊर्जा प्रदेश का सपना हो रहा साकार
देहरादून। उत्तरजन टुडे सेंचुरियन क्लब ने उत्तरजन टुडे पत्रिका के आठ साल पूरे होने पर विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही प्रतिभाओं को उत्तराखंड गौरव से सम्मानित किया। इस मौके पर दून यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो. डा. सुरेखा डंगवाल ने कहा कि ज्ञान का आकलन भाषा की जानकारी के आधार पर नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को सशक्त बनाने के लिए समाज के सक्षम लोगों को आगे आना होगा।
बी.एस. नेगी महिला प्रावधिक प्रशिक्षण संस्थान के हाल में आयोजित समारोह को मुख्य अतिथि के तौर पर प्रो. डा. सुरेखा डंगवाल ने कहा कि अभावों से मनुष्य सीखता है और उसे आगे बढ़ने की ललक होती है। उन्होंने कहा कि क्या कारण है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे आज विभिन्न क्षेत्रों में टॉप पाजिशन पर हैं लेकिन कांवेंट एजूकेटिड बच्चे जीवन में सफलता का मुकाम हासिल करते हों, यह कोई गारंटी नहीं है। महज अंग्रेजी बोलने से कोई प्रतिभावान या ज्ञानवान नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि भाषा को प्रतिभा या ज्ञान का आधार नहीं मानना चाहिए। उदाहरण के तौर पर उन्होंने कहा कि रुद्रप्रयाग की बेटी नासा में वैज्ञानिक बन जाती है और अल्मोड़ा की भाभा ओटोमिक सेंटर में वैज्ञानिक बन जाती है। डा. डंगवाल के अनुसार प्रतिभा किसी वर्ग या क्षेत्र विशेष में नहीं होती, प्रतिभा अभावों में पलकर मुकाम तक पहुंचती है।
पहाड़ से पलायन के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रो में बाहर से आए लोग रोजगार कर रहे हैं, लेकिन पर्वतीय क्षेत्रों से लोग पलायन कर रहे हैं। उन्हें इसे एक पहेली बताया। उनके मुताबिक पर्वतीय क्षेत्रों में लोग पहाड़ छोड़ने का मौका तलाश रहे हैं। पहला मौका मिलते ही वह मैदानों या शहरों की ओर आ जाते हैं।
इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप पिटकुल के एमडी पीसी ध्यानी ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन में बिजली सेवाओं में तेजी से सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि पारेषण की नई लाइनें लगाई जा रही हैं। ट्रिपिंग की समस्या खत्म हो चुकी हैं। पिटकुल ने लाइन लॉस को भी कम कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कई नये बिजली सबस्टेशन लगाए जा रहे हैं और कई सबस्टेशन की क्षमता को बढ़ाया गया है। इस मौके पर उन्होंने अपने जीवन से जुड़े कई प्रसंगों के बारे में बताया कि किस तरह से एक गांव के स्कूल से पढ़कर उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है। उन्होंने बताया कि जीवन में मेहनत, अनुशासन, संघर्ष और कर्मठता से ही सफलता हासिल की जा सकती है।
इस मौके पर विशिष्ट अतिथि अपर आयुक्त खाद्य एवं ड्रग कंट्रोलर ताजबर जग्गी ने कहा कि प्रदेश को मेडिकल हब बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। उत्तराखंड में देश के कुल दवा का 20 प्रतिशत उत्पादन होता है। ग्लोबल इंवेस्टर्स सम्मिट के बाद मेडिकल सेक्टर भारी निवेश होने के आसार हैं। उन्होंने युवाओं को नशे से दूर रहने की नसीहत दी और दोहराया कि प्रदेश को 2025 तक ड्रग फ्री इस्टेट बनाना है।लोक संगीत को नया आयाम दे रही पदमश्री माधुरी बड़थ्वाल ने अपनी संस्कृति और विरासत को बचाए रखने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि हमें नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति और लोकसंगीत से रूबरू करना होगा और उसे प्रोत्साहन देना होगा।
विशिष्ट अतिथि डा. एस. डी जोशी ने विचार एक नई सोच संस्था के तहत किये जा रहे लोककल्याणकारी कार्यों की जानकारी दी और बताया कि उन्होंने गांव चलो अभियान के तहत सुदूर गांवो में मेडिकल कैपं का आयोजन कर रहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व गढ़वाल कमिश्नर एस. एस पांगती ने की। उत्तरजन टुडे के संपादक पी सी थपलियाल ने सभागार में पहुंचे सभी अतिथियों का स्वागत किया और उत्तरजन टुडे की आठ साल की यात्रा के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पत्रिका का प्रसार लगातार बढ़ रहा है। इस मौके पर आईटीएम के चेयरमैन निशांत थपलियाल ने उत्तरजन टुडे य-ट्यूब चैनल की लांचग की घोषणा भी की।
इस मौके पर शिक्षाविद कमला पंत, बलूनी क्लासेस के एमडी विपिन बलूनी, कर्नल (रिटायर्ड) राकेश कुकरेती, समाजसेवी रघुवीर बिष्ट, डा. जयंत नवानी, डा. विमल नौटियाल, आईटीएम की रजिस्ट्रार रुचि थपलियाल, सुशील सिंह राणा, हिमालयन मेडिको के सुनील, भारती पांडे, नेहा बिष्ट, विचार एक नई सोच के सचिव राकेश बिज्लवाण, दून डिफेंस एकादमी के संदीप गुप्ता, वरिष्ठ एडवोकेट आर एस राघव, पत्रकार अवधेश नौटियाल, प्रदीप रावत, अर्जुन रावत, नेहा बिष्ट, विजय पंवार, गोपाल जखमोला, घनश्याम जोशी, हरीश कंडवाल मनखी, अरुण पांडे, रमन जयसवाल आदि प्रमुख लोग मौजूद थे।
इन शख्सियतों को किया सम्मानित
सोशल बलूनी बाक्सिंग एकादमी के संस्थापक और बलूनी ग्रुप आफ एजूकेशन के संरक्षक पूर्व सूबेदार जनार्दन बलूनी, नशे के खिलाफ सजग इंडिया अभियान चला रहे सीएमआईएम के चेयरमैन ललित जोशी, सीमांत पिथौरागढ़ में रिवर्स माइग्रेशन और वोकेशनल एजूकेशन की मुहिम चला रहे मानस ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन के निदेशक देवाशीष पंत, आरटीआई एक्टिविस्ट विकेश नेगी एडवोकेट, पत्रकार वर्षा सिंह, पत्रकार गिरीश जोशी, पत्रकार जगमोहन डांगी, स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. नूतन गैरोला, समाजसेवी सुरेंद्र रावत, गढ़वाली व्यंग्यकार सुनील थपलियाल घंजीर, रंवाई घाटी के पकवानों को नया आयाम दे रही जमुना रावत।