संसद में सत्र के पांचवें दिन भी अदाणी और संभल मामलों को लेकर जोरदार हंगामा देखने को मिला। विपक्ष के सांसदों ने अदाणी मामले और अन्य मुद्दों पर चर्चा की मांग करते हुए लोकसभा और राज्यसभा दोनों में विरोध प्रदर्शन किया।
लोकसभा में सत्र शुरू होते ही सांसद अपनी सीटों पर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे। स्पीकर की अपील के बावजूद हंगामा थमता नहीं दिखा, जिसके बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। दोबारा कार्यवाही शुरू होने पर भी स्थिति में सुधार नहीं हुआ और अंततः निचले सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।
विपक्ष की मांग और हंगामा
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने अदाणी मुद्दे पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया। वहीं, राज्यसभा में भी विपक्षी सांसदों के हंगामे के चलते कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में दिल्ली की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर चर्चा की मांग करते हुए नियम 267 के तहत नोटिस दिया।
विपक्षी नेताओं की बैठक
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के कमरे में विपक्षी गठबंधन के नेताओं की बैठक हुई, जिसमें लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी शामिल हुए। बैठक के बाद नेताओं ने स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात की और सदन को सुचारू रूप से चलाने की अपील की।
कांग्रेस का आरोप
पिछले कुछ दिनों से संसद की कार्यवाही बार-बार स्थगित होने पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, “हम चाहते हैं कि अध्यक्ष सदन को चलाएं और देश के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हो।”
राज्यसभा में अन्य मुद्दे
राज्यसभा में कांग्रेस सांसद डॉ. अमर सिंह ने पंजाब में धान खरीद के मुद्दे पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव दिया। विपक्षी दल संसद में अदाणी, संभल और बांग्लादेश से जुड़े मुद्दों पर चर्चा कराने की मांग पर अड़े रहे।
लगातार हंगामे और विपक्ष की मांगों के चलते संसद का कामकाज ठप रहा। दोनों सदनों की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई।