नई दिल्ली – केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा संसदीय कार्य राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने पारंपरिक तमिल भाषा के विकास एवं प्रोत्साहन के संबंध में भारत के उपराष्ट्रपति से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान, डॉ. मुरुगन ने दिल्ली विश्वविद्यालय में तमिल भाषा और साहित्य को समर्पित एक नया विभाग एवं शोध केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव रखा।
डॉ. मुरुगन ने सुझाव दिया कि तमिल भाषा और साहित्य के शिक्षण को सुविधाजनक बनाने के लिए विभिन्न कॉलेजों और विभागों में नए पदों का सृजन किया जाए, ताकि देश भर के छात्र इस प्राचीन भाषा का अध्ययन कर सकें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि तमिल भाषा के समृद्ध साहित्यिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित और प्रसारित करने के लिए इस तरह के प्रयास आवश्यक हैं।
इस महत्वपूर्ण बैठक में डॉ. मुरुगन के साथ दिल्ली तमिल संगम के सदस्य श्री इरा मुकुंदन, एस. अरुणाचलम, और मुथुस्वामी भी उपस्थित थे। उनके साथ उपराष्ट्रपति से इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की गई, जिसमें तमिल भाषा के व्यापक प्रसार और अध्ययन को बढ़ावा देने के विभिन्न उपायों पर विचार किया गया।