नई दिल्ली: केंद्रीय युवा कार्य एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया और केंद्रीय युवा कार्य एवं खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे ने मंगलवार को पेरिस 2024 पैरालंपिक खेलों से लौटे भारतीय पैरालंपिक दल के शेष सदस्यों का स्वागत और सम्मान किया। इस अवसर पर उन्होंने खिलाड़ियों की बेमिसाल उपलब्धियों की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी।
डॉ. मांडविया ने कहा कि खिलाड़ियों की उपलब्धियों से पूरे देश को गर्व महसूस हुआ है। उन्होंने आश्वासन दिया कि भारत सरकार खिलाड़ियों और उनके प्रशिक्षकों को हरसंभव सहायता प्रदान करती रहेगी, ताकि वे अपनी उच्चतम क्षमता तक पहुंच सकें। उन्होंने पैरालंपिक खिलाड़ियों को भविष्य के खेलों के लिए मजबूत इरादों के साथ तैयारी करने के लिए प्रेरित किया।
सरकार की खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए उन्होंने बताया कि पेरिस पैरालंपिक में 84 प्रतिभागियों में से 50 को लक्ष्य ओलंपिक पोडियम योजना (टीओपीएस) के माध्यम से सहायता मिली थी, जबकि अन्य खिलाड़ी खेलो इंडिया कार्यक्रम और राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (एनसीओई) जैसी योजनाओं के लाभार्थी थे।
उन्होंने बताया कि पेरिस 2024 पैरालिंपिक में भारत ने 29 पदक हासिल किए, जो टोक्यो 2020 पैरालिंपिक के 19 पदकों से अधिक है। इस आयोजन में भारत की ऐतिहासिक भागीदारी रही, जिसमें 46 नए खिलाड़ियों और 32 महिला खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।
इस सम्मान समारोह में 17 पदक विजेता खिलाड़ी शामिल रहे, जिनमें स्वर्ण पदक विजेता नवदीप, धरमबीर, सुमित अंतिल, प्रवीण कुमार; रजत पदक विजेता योगेश कथुनिया, निषाद कुमार, शरद कुमार, अजीत सिंह, सचिन खिलाड़ी; कांस्य पदक विजेता प्रीति पाल, मरियप्पन, होकाटो सेमा, सुंदर सिंह गुर्जर और सिमरन शर्मा शामिल थे। पैरा-तीरंदाजी में हरविंदर सिंह ने स्वर्ण और शीतल देवी ने कांस्य पदक जीता, वहीं पैरा-जूडो में कपिल परमार ने कांस्य पदक हासिल किया।