मुंबई। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने 04 से 06 सितंबर 2024 तक मुंबई में आयोजित “मटेरियल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी और सिनर्जिक हीट ट्रीट (एचटीएस)” पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में मुख्य भाषण दिया। इस सम्मेलन का आयोजन एएसएम इंटरनेशनल, इंडिया चैप्टर द्वारा किया जा रहा है, जिसमें 300 से अधिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभागी अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों, उत्पादों और सेवाओं का प्रदर्शन कर रहे हैं।
अपने संबोधन में डॉ. जितेंद्र सिंह ने उन्नत सामग्रियों के महत्वपूर्ण योगदान पर जोर दिया, जो विभिन्न उद्योगों जैसे ऊर्जा, स्वास्थ्य देखभाल, अंतरिक्ष, कृषि और रक्षा में व्यापक संभावनाएं प्रदान करती हैं। उन्होंने नैनोस्ट्रक्चर्ड पेरोवस्काइट्स से लेकर मैक्रो-स्केल पॉलिमर तक की सामग्रियों के विकास पर प्रकाश डाला, जो गेम-चेंजिंग साबित हो सकती हैं।
डॉ. सिंह ने कहा कि कम्प्यूटेशनल मॉडलिंग, मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के एकीकरण से उन्नत सामग्रियों की खोज में तेजी आएगी, जिससे तकनीकी विकास में नई ऊंचाइयां छुई जा सकेंगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए डॉ. सिंह ने देश में उच्च प्रदर्शन वाली सामग्रियों की बढ़ती मांग पर चर्चा की और स्वच्छ ऊर्जा, मोटर वाहन, एयरोस्पेस और कृषि में इन सामग्रियों की संभावनाओं को रेखांकित किया।
डॉ. सिंह ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की उन पहलों का भी जिक्र किया, जिनका उद्देश्य जलवायु संकट, पर्यावरणीय गिरावट और अन्य वैश्विक चुनौतियों का समाधान करना है।
उन्होंने नेशनल रिसर्च फाउंडेशन (एनआरएफ) की स्थापना के महत्व पर भी जोर दिया, जो देश में अनुसंधान और नवाचार को नई दिशा देने का प्रयास करेगा।
अंत में, डॉ. सिंह ने वित्त वर्ष 2024-25 के बजट में 1 लाख करोड़ रुपये की वित्त पोषण पहल का उल्लेख किया, जिसका उद्देश्य निजी क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करना है।