समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 29मई। क्रिकेट इतिहास में पहली बार पूर्वी अफ्रीकी देश यूगांडा की टीम भी भाग लेती दिखाई देगी. इस टूर्नामेंट के लिए टीम वेस्टइंडीज पहुंच गई है और यह टीम पू्र्व भारतीय खिलाड़ी की देखरेख में अपना वर्ल्ड कप मिशन आगे बढ़ाएगी. यूगांडा क्रिकेट असोसिएशन (UCA) ने अप्रैल के आखिरी सप्ताह में ही भारत के अभय शर्मा को टीम का चीफ कोच चुन लिया था. अभय भारतीय घरेलू क्रिकेट में करीब 16 सालों तक क्रिकेट खेले हैं. उन्होंने दिल्ली और रेलवे को बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज अपनी सेवाएं दी हैं. 2003 में क्रिकेट से संन्यास के बाद उन्होंने कोचिंग का रुख किया और वह देश में कई राज्य क्रिकेट टीमों और BCCI की जूनियर टीमों को कोचिंग देने में जुट गए. अभय शर्मा ने घरेलू क्रिकेट में दिल्ली के लिए खेलकर अपने प्रथम श्रेणी और लिस्ट A करियर की शुरुआत की. बाद वह रेलवे के लिए भी कई साल तक खेले. वह विकेटकीपर बल्लेबाज थे, जिन्होंने 16 साल के अपने करियर में 89 फर्स्ट क्लास और 40 लिस्ट A मैच खेले.
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उन्होंने 4105 रन बनाए, जिसमें 9 शतक और 20 हाफ सेंचुरी शामिल हैं. उनका सर्वोच्च स्कोर 188 रहा. इस फॉर्मेट में उन्होंने विकेट के पीछे 145 कैच लपके, जबकि 34 बल्लेबाजों का स्टंप से शिकार किया. लिस्ट A क्रिकेट उन्होंने 40 मैचों में 780 रन बनाए, जिसमें एकमात्र हाफ सेंचुरी उनके नाम है.
बता दें अभय शर्मा भारतीय कोचिंग में जानामाना नाम हैं, जो टीम इंडिया के मौजूदा चीफ कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के साथ मिलकर भारत की अंडर 19 टीम को कोचिंग दे चुके हैं. वह घरेलू क्रिकेट में दिल्ली की रणजी टीम, ईरानी ट्रॉफी में शेष भारत, देवधर ट्रॉफी में सेंट्रल जोन और भारत B और रेलवे जैसी टीमों को कोचिंग दे चुके हैं. इसके अलावा वह भारतीय टीम और नेशनल क्रिकेट अकैडमी में भी कोचिंग दे चुके हैं. उनके अनुभव को देखते हुए युगांडा क्रिकेट असोसिएशन (UCA) ने आगामी टी20 वर्ल्ड कप के लिए इस खिलाड़ी को कोचिंग की जिम्मेदारी दी है, जो क्रिकेट वर्ल्ड कप में इस देश का पहला असाइनमेंट है. वह क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में पहली बार वर्ल्ड कप खेल रहा है.
बीते 5 सालों में इस टीम ने कमाल की क्रिकेट खेली है. इन दिनों 20 अफ्रीकी देश क्रिकेट खेल रहे हैं और यूगांडा ने इनमें सबसे ज्यादा जीत अपने नाम की है. बीते 5 सालों में उसने 91 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं, जिसमें से 69 में उसे जीत और सिर्फ 19 में हार मिली है.