नई दिल्ली। भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राजदूतवास के दौरान मॉरिशस की राजधानी पोर्ट लुई में पहुंची। जहां वे बुधवार को मॉरिशस में आयोजित महात्मा गांधी संस्थान के एक कार्यक्रम में शामिल हुई। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत की प्रगति के बारे में जिक्र किया। इसके बाद उन्होंने देश के सभी क्षेत्रों में हो रहे विकास का जिक्र किया।
द्रौपदी मुर्मू ने आगे कहा कि ‘न्यू भारत’ अब शीर्ष तीन वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होने के कगार पर है, उन्होंने देश में अलग-अलग क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कदम स्थापनाओं पर जोर दिया। आगे उन्होंने बताया कि आज का नया भारत सभी क्षेत्रों में कदम बढ़ा रहा है. ये गतिशील, प्रगतिशील, साहसिक है और ये वैश्विक अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के रास्ते पर हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए द्रौपदी मुर्मू ने भारत और मॉरिशस के ऐतिहासिक संबंधों को हाइलाइट किया। आगे उन्होंने कहा कि भारत की आर्थिक वृद्धि, मॉरिशस के युवाओं के लिए नई अवसरों और संभावनाओं का द्वार खोलता है। अब और अधिक मॉरिशस के युवा अपने पूर्वजों की धरती से जुड़ सकेंगे। मॉरिशस के लिए हमेशा से भारत का साथ खड़ा रहा है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आगे कहा कि मॉरिशस और हमारे संबंध संपूर्ण हैं, जो सहयोग के हर पहलू को कवर करते हैं। हमारे दशकों तक विकास संबंध भारत की अनुमोदनशीलता का एक उज्ज्वल उदाहरण है, जो मॉरिशस के विकासी यात्रा में योगदान देने के लिए है और सामान्य लोगों के जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके बाद द्रौपदी मुर्मू ने मॉरिशस के लिए एक नए प्रावधान की घोषणा की, जिसके चलते भारतीय मूल की 7वीं पीढ़ी के मॉरिशसवासी अब भारत की विदेशी नागरिकता के लिए पात्र बन सकेंगे। इस कदम से कई युवा मॉरीशसवासी अपने पूर्वजों की भूमि के साथ फिर से जुड़ पाएंगे।