नई दिल्ली। वेस्ट बंगाल के बहरामपुर से तृणमूल कांग्रेस (TMC) के लोकसभा सांसद बने पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान मुश्किल में घिरे हैं. गुजरात में भाजपा शासित वडोदरा नगर निगम (VMC) ने उन्हें नगर निगम की जमीन पर कब्जा करने के लिए नोटिस भेजा है. यूसुफ पठान को नोटिस 6 जून को भेजा गया था. मामला 2012 में युसूफ के गुजरात के वडोदरा के तनदालजा इलाके की घर की दीवार बनाने से जुड़ा है. अब पूर्व भाजपा पार्षद विजय पवार ने इस मुद्दे को उठाया है.
क्या है पूरा मामला
पठान पर विजय पवार ने आरोप लगाया कि यूसुफ ने तनदालजा इलाके में बने अपने घर की एक दीवार नगर निगम की जमीन पर अवैध तरीके से बनाई. जिस हिस्से पर दीवार बनाई है, वह हिस्सा वीएमसी का है. आरोप में ये भी कहा गया है कि पठान ने 2012 में ही वीएमसी से जमीन के इस हिस्से को खरीदने की, 57,000 रुपये प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से मांग की थी. पठान ने जब मांग की थी, तब उनका घर उस जमीन से सटा था. उस समय वीएमसी ने प्रस्ताव को मंजूरी दी थी, सामान्य बोर्ड की बैठक में पारित भी किया था लेकिन राज्य सरकार ने पठान को जमीन बेचने के वीएमसी के प्रस्ताव को बाद में खारिज कर दिया था.
जब जमीन नहीं थी तो कैसे बनाई दीवार
ऐसे मामलों में राज्य सरकार ही अंतिम अधिकारी मानी जाती है, उसका फैसला ही फाइनल फैसला होता है. पार्षद विजय पवार के मुताबिक वीएमसी ने अपनी उस जमीन की चारदीवारी नहीं की थी. आरोप है कि पठान ने इस जमीन के चारों ओर एक कंपाउंड दीवार बनाकर उस पर अवैध तरीके से अपने घर की दीवार बना ली थी. अब नगर निगम से इसकी जांच करने की मांग की गई है. कहा गया है कि राज्य सरकार ने पठान को 978 वर्ग मीटर जमीन बेचने की मंजूरी नहीं देने के साथ ही अवैध कब्जा हटाने के लिए भी कहा था.
दरअसल हाल में उनकी तरफ से घर की दीवार बनाने के बारे में आवेदन किए गए हैं. जिसके बदले यूसुफ को 6 जून को नोटिस देते हुए कब्जा हटाने के लिए कहा गया है. वीएमसी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि वे कुछ हफ्ते इंतजार के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे.