देहरादून। आपने बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बारें में तो सूना ही होगा। वर्तमान समय में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री विश्व प्रसिद्ध है यानि देश ही विदेश में भी उनके कारनामों की चर्चा होती है। उनके पर्चे में लिखी गई बातें लोगों को हैरान कर देती हैं क्योंकि वह जिसके बारे में भी पर्चा लिखते हैं और बताते हैं तो वह सच साबित होता है। बता दें कि इस गोचर विद्या के ज्ञाता हिमालयी राज्य में भी है जो आपसे बिना कुछ जानें आपके बारें में बता देंगे।
दरअसल उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भी एक ज्योतिष इसी प्रकार से आपसे बिना कुछ जानें, ग्रहों की गणना करके पर्चा बनाते हैं। पर्चे में लिखी गई बातें आपके बारे में काफी हद तक सच साबित होती हैं।
क्या होती है गोचर विद्या
ज्योतिष संजय मित्तल के अनुसार गोचर का अर्थ होता है गमन यानी चाल। गो अर्थात तारा जिसे आप नक्षत्र या ग्रह के रूप में समझ सकते हैं और चर का मतलब होता है चलना। इस तरह गोचर का सम्पूर्ण अर्थ निकलता है ग्रहों का चलना। ज्योतिष की दृष्टि में सूर्य से लेकर राहु केतु तक सभी ग्रहों की अपनी गति है और इनकी गणना से किसी भी व्यक्ति के भूत भविष्य का सटीक आकलन किया जा सकता है। जिन लोगों के पास जन्मपत्री नहीं है, तब भी इस विद्या से उनके बारे में काफी कुछ बताया जा सकता है।