नई दिल्ली। भारत में एमपॉक्स का तीसरा मामला सामने आया है। केरल के एर्नाकुलम में 26 साल के एक व्यक्ति में एमपॉक्स संक्रमण की पुष्टि हुई है। यह व्यक्ति हाल ही में UAE से लौटा था और अब शहर के एक निजी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। शुरुआती सैंपल की जांच अलप्पुझा के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) में की गई, और सटीक पुष्टि के लिए सैंपल पुणे के NIV लैब में जीनोमिक सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है।
केरल में दूसरा मामला
केरल में यह एमपॉक्स का दूसरा और देश में तीसरा मामला है। पिछले सप्ताह, मलप्पुरम के 38 वर्षीय व्यक्ति में एमपॉक्स की पुष्टि हुई थी, जो UAE से लौटकर आया था। उसकी हालत भी स्थिर बताई जा रही है। केरल के स्वास्थ्य विभाग ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए विशेष कदम उठाए हैं, खासकर उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों से आने वाले यात्रियों के लिए अलग प्रोटोकॉल लागू किया गया है।
WHO और केंद्र की सतर्कता
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एमपॉक्स को ‘अंतर्राष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल’ घोषित किया है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने राज्य में आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों से आग्रह किया है कि एमपॉक्स के कोई लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सीय सहायता लें। केंद्र सरकार ने भी एमपॉक्स की रोकथाम के लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नई एडवाइजरी जारी की है, जिसमें संदिग्ध मरीजों के सैंपल जल्द से जल्द लैब भेजने की हिदायत दी गई है।