नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अमेरिका के जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में दिए एक बयान को लेकर विवाद खड़ा कर दिया है। राहुल गांधी ने आरक्षण खत्म करने की बात कही, जिसके बाद भाजपा ने उन पर तीखा हमला बोला है। बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा देश को विभाजित करने की साजिश रचने वाली ताकतों के साथ खड़ी रही है।
अमित शाह का हमला: ‘देश को खतरे में डाला’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी ने हमेशा देश की सुरक्षा को खतरे में डाला है और उनकी पार्टी की मौजूदगी में आरक्षण को कोई छू भी नहीं सकता। अमित शाह ने यह भी कहा कि राहुल गांधी के लिए ‘देश तोड़ने वाली ताकतों’ के साथ खड़ा होना आदत बन चुकी है। शाह ने ट्वीट करते हुए कहा, “चाहे जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के देशविरोधी एजेंडे का समर्थन हो या विदेशी मंचों पर भारत विरोधी बयान, राहुल गांधी ने हमेशा देश की सुरक्षा को खतरे में डाला है।”
राहुल गांधी के बयान की आलोचना
राहुल गांधी ने अमेरिका की चार दिवसीय यात्रा के दौरान जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में कहा था कि कांग्रेस तभी आरक्षण खत्म करने पर विचार करेगी, जब देश में सभी को समान अवसर मिलेंगे। इस बयान के बाद भाजपा ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर आरक्षण विरोधी होने का आरोप लगाया। शाह ने कहा कि कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा फिर से सामने आ गया है।
राहुल गांधी का बयान
राहुल गांधी ने जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में छात्रों से संवाद करते हुए कहा था, “कांग्रेस तब ही आरक्षण खत्म करने के बारे में सोचेगी, जब भारत में सभी को समान अवसर मिलेंगे। फिलहाल भारत में ऐसी स्थिति नहीं है।” भाजपा नेताओं ने इस बयान को विभाजनकारी बताया और कहा कि यह कांग्रेस की आरक्षण विरोधी मानसिकता को उजागर करता है।
भाजपा की कड़ी प्रतिक्रिया
अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी की सोच भाषा, क्षेत्र और धर्म के आधार पर भेदभाव की है और उन्होंने कांग्रेस को हमेशा देश की एकता के खिलाफ काम करने वाला बताया। भाजपा ने स्पष्ट किया कि जब तक भाजपा सत्ता में है, आरक्षण को कोई खतरा नहीं हो सकता।