हाथ मिलाना इस समय दुनिया में अभिवादन का सबसे बड़ा तरीका बन चुका है. दोस्ती यारी हो या फिर बिजनेस कुलीग, सामने आने पर सबसे पहले अपनापन जाहिर करने के लिए हाथ मिलाते हैं. हाथ मिलाना भले ही औपचारिक रूप से ग्रीटिंग का तरीका बन चुका हो लेकिन दूसरी तरफ ये आपकी सेहत को मापने का एक तरीका भी साबित हो सकता है।
हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि हाथ मिलाने से आप किसी की भी सेहत के बारे में पता कर सकते हैं. हैरान होने की बात है लेकिन ये सही है. वैज्ञानिकों का कहना है कि हाथ मिलाने से किसी व्यक्ति के दिल और दिमाग से जुड़ी परेशानियों के बारे में भी पता लगाया जा सकता है. चलिए जानते हैं महज हैंडशेक करने से सेहत के बारे में क्या क्या संकेत मिल सकते हैं।
हाल ही में रिसर्च में बताया गया है कि जब कोई व्यक्ति धीमी गति से हाथ मिलाता है तो इसका संकेत है कि उसे फ्यूचर में दिल का दौरा या स्ट्रोक होने का रिस्क है. लंदन की क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी में ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन की तरफ से हैंडशेक से जुड़ा ये अध्ययन किया गया जिसमें 5000 लोग शामिल हुए।
इस रिसर्च में पाया गया कि जिन लोगों के हैंडशेक में कमजोरी थी या जिनके हाथ की पकड़ ढीली या कमजोर थी, उन लोगों का दिल बाकी लोगों की तुलना में कमजोर था. इस रिसर्च के लीड प्रोफेसर स्टीफन पीटरसन के मुताबिक हाथ मिलाने के दौरान अगर हाथ की पकड़ ढीली लगती है तो ये दिल के रोग को समझने का एक बड़ा संकेत हो सकता है।
अध्ययन में कहा गया कि जिन लोगों के हाथ की पकड़ ढीली थी उनमें से कई लोग डिप्रेशन के शिकार देखे गए. अक्सर जो लोग डिप्रेशन में होते हैं, उनके शरीर पर थकान औऱ कमजोरी हावी रहती है और ऐसे में हैंडशेक के दौरान हाथ की पकड़ ढीली हो जाती है. इसके अलावा हाथ की ढीली पकड़ गठिया और डिमेंशिया जैसे रोगों का भी संकेत देती है।
अध्ययन में पाया गया कि हाथ मिलाते वक्त अगर किसी के हाथ में ज्यादा पसीना आता है तो वो व्यक्ति हाइपरहाइड्रोसिस का शिकार हो सकता है. आपको बता दें कि 1951 में हैंडशेक से जुड़ी ऐसी ही एक रिसर्च की गई थी जिसमें कहा गया था कि हाथ मिलाते वक्त जिन लोगों के हाथ की पकड़ ढीली होती है, उनकी मौत जल्दी होने की आशंका होती है।