बांदा। माफिया से नेता बने पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की मौत की असल वजह का खुलासा हो गया है। मजिस्ट्रियल जांच में पुष्टि हुई है कि अंसारी की मौत जहर से नहीं, बल्कि दिल का दौरा पड़ने से हुई थी। बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी का 28 मार्च, 2024 को इलाज के दौरान मेडिकल कॉलेज में निधन हो गया था।
जांच में दिल का दौरा पड़ने को ही उनकी मौत का कारण बताया गया है। बांदा के डीएम राजेश कुमार द्वारा पांच महीने की विस्तृत जांच के बाद रिपोर्ट उत्तर प्रदेश सरकार को सौंप दी गई है। विसरा रिपोर्ट में भी यह साफ हो गया है कि जहर दिए जाने की कोई पुष्टि नहीं हुई।
परिजनों के आरोप खारिज
मुख्तार अंसारी के परिजनों ने आरोप लगाया था कि उन्हें जेल में ‘धीमा जहर’ दिया गया था, लेकिन जांच में इन आरोपों को गलत साबित कर दिया गया। सीसीटीवी फुटेज, बैरक की जांच, और भोजन की रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद जेल अधिकारियों और डॉक्टरों समेत 100 से ज्यादा लोगों के बयान दर्ज किए गए। इन सभी तथ्यों के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया कि अंसारी की मौत हार्ट अटैक से हुई थी।
पहले भी नहीं हुई थी जहर की पुष्टि
इससे पहले, पोस्टमार्टम और विसरा जांच में भी किसी प्रकार के जहर की पुष्टि नहीं हुई थी। परिजनों ने तब भी धीमा जहर दिए जाने का आरोप लगाया था, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हार्ट अटैक की पुष्टि की गई थी।
मजिस्ट्रेट जांच के आदेश
उत्तर प्रदेश सरकार ने 29 मार्च को इस मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए थे। जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया था। मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी और भाई अफजाल अंसारी ने आरोप लगाया था कि उन्हें जेल में जहर दिया गया था, लेकिन जांच ने इन आरोपों को खारिज कर दिया।