नई दिल्ली। भारत और श्रीलंका के बीच जारी तीन मैचों की टी20 सीरीज अब अपने मुकाम पर पहुंच गई है। सूर्यकुमार यादव के नेतृत्व और गौतम गंभीर के निर्देशन में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन के साथ सीरीज के शुरुआती दोनों मैच जीते। अब उसकी नजर तीसरे टी20 मैच पर है। इस मुकाबले में भारतीय टीम किसी भी तरह से ढिलाई नहीं बरतेगी और मंगलवार को अंतिम टी20 मैच में श्रीलंका की कमजोरियों का फायदा उठाकर सीरीज में क्लीन स्वीप करने के लिए मैदान पर उतरेगी।
भारत पहले दोनों मैच जीतकर सीरीज अपने नाम कर चुका है लेकिन उसका लक्ष्य अपना विजय अभियान जारी रखना होगा। भारत ने रविवार को बारिश से प्रभावित दूसरा मैच सात विकेट से जीता था। जिस दिन श्रीलंका की महिला टीम ने भारत को हराकर अपना पहला टी20 एशिया कप जीता, उस दिन भी उनकी पुरुष टीम का प्रदर्शन खराब रहा। श्रीलंका के लिए सबसे बड़ी चिंता उसके मध्यक्रम के बल्लेबाजों का प्रदर्शन है। दूसरी तरफ भारत ने अभी तक विश्व चैंपियन की तरह ही प्रदर्शन किया है।
भारत ने अभी तक खेल के हर विभाग में अच्छा प्रदर्शन किया है। भारतीय खिलाड़ियों की रणनीति और कौशल में आत्मविश्वास साफ झलक रहा है तथा वह किसी भी समय दबाव में नहीं दिखे। कुछ अवसर ऐसे भी आए जबकि श्रीलंका की टीम मुकाबले में ही नहीं देखी। भारतीय गेंदबाजों ने अभी तक उसके बल्लेबाजों को खुलकर नहीं खेलने गया है। सूर्यकुमार ने गेंदबाजी में प्रभावशाली परिवर्तन करके श्रीलंका की परेशानियां बढाई हैं।
भारतीय कप्तान ने अभी तक 58 और 26 रन की पारियां खेल कर आगे बढ़कर नेतृत्व किया है। उनके कुशल नेतृत्व में भारतीय टीम ने शुरू से ही आक्रामक रवैया अपनाया है। यही वजह है कि भारत पहले मैच में 200 से अधिक रन बनाने में सफल रहा था।
भारत ने दूसरे मैच में बल्लेबाजी क्रम में थोड़ा बदलाव किया था। उसने चोटिल उप कप्तान और सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल की जगह संजू सैमसन को टीम में रखा था। यह देखना होगा कि गिल तीसरे मैच के लिए फिट हो पाते हैं या नहीं क्योंकि बारिश के कारण सैमसन को जब एक घंटे के इंतजार के बाद मौका मिला तो वह खाता खोले बिना आउट हो गए थे। श्रीलंका की तरफ से बल्लेबाजी में पथुम निसांका (111 रन) और कुसल परेरा (73) ने ही उपयोगी योगदान दे पाए हैं लेकिन उसकी सबसे बड़ी समस्या बीच के ओवरों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाना है।