हर घर में पहुंचेगी निर्वाचन आयोग की टीम
मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए किए जा रहे हर संभव प्रयास
पोस्टल बैलेट के जरिये कराया जाएगा मतदान
देहरादून। लोकतंत्र के महापर्व की शुरुआत बुजुर्गों और दिव्यांगजनों के वोट संग आठ अप्रैल से शुरू हो जाएगी। निर्वाचन आयोग की टीम हर उस घर में पहुंचेगी, जहां से घर बैठे मतदान करने को लेकर पूर्व में आवेदन किया गया था। खास बात यह है कि पहले चरण में अगर इनमें से कोई मतदाता किन्हीं वजहों से घर पर नहीं मिला तो टीम दोबारा जाएगी, क्योंकि मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए इस चुनाव में हरसंभव प्रयास करने हैं। बुधवार को उत्तराखंड मुक्त विवि में 384 कार्मिकों संग जोनल व सेक्टर अधिकारियों को घर-घर मतदान से जुड़ा प्रशिक्षण दिया गया। पहले चरण में आठ से दस और दूसरे में 11 से 13 अप्रैल के बीच टीमें दिव्यांग और 85 वर्ष से अधिक वर्ष के मतदाताओं के घर जाएंगी।
नोडल अधिकारी मतदान व मतगणना हिमांशु जोशी ने बताया कि जिले की सभी छह विधानसभा में 12 डी फार्म भरने वाले मतदाताओं को ही इसका लाभ मिलेगा। पोस्टल बैलेट के जरिये मतदान कराया जाएगा। वहीं, प्रशिक्षण के दौरान मास्टर ट्रेनर एचबी चंद्र, पूरन तिवारी, आरती जैन, दीप्ति गुणवंत आदि शामिल थे। घर बैठे होने वाली इस मतदान प्रक्रिया पर कोई सवाल नहीं उठा सकता, क्योंकि आयोग की टीम वीडियोग्राफी रिकार्ड भी रखेगी। माइक्रो आब्जर्वर, बीएलओ संग सुरक्षाकर्मी भी इस दौरान मौजूद रहेगा।
नोडल मतदान व मतगणना हिमांशु जोशी ने बताया कि अलग-अलग राजनीतिक दलों को सूचना दी जाएगी कि किस क्षेत्र के बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाता का वोट डलवाने के लिए टीम पहुंच रही है। निर्दलीय उम्मीदवार के मामले में उसके मुख्य अभिकर्ता से संपर्क होगा। यानी पूरी तरह पारदर्शिता बरती जाएगी।
- विस क्षेत्र – मतदाता – पोस्टल से वोट अभी
- लालकुआं – 718 – 161
- भीमताल – 588 – 218
- नैनीताल – 651 – 166
- हल्द्वानी – 847 – 125
- कालाढूंगी – 1348 – 337
- रामनगर – 585 – 69
- विस क्षेत्र – मतदाता – पोस्टल से वोट देने वाले
- लालकुआं – 865 – 84
- भीमताल – 1289 – 137
- नैनीताल – 898 – 89
- हल्द्वानी – 873 – 51
- कालाढूंगी – 1208 – 49
- रामनगर – 928 – 70