“विश्वकर्मा योजना की मूल भावना ‘सम्मान, सामर्थ्य, समृद्धि’ है”: पीएम मोदी

वर्धा, महाराष्ट्र। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के वर्धा में राष्ट्रीय पीएम विश्वकर्मा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वकर्मा योजना की मूल भावना ‘सम्मान, सामर्थ्य और समृद्धि’ है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने ‘आचार्य चाणक्य कौशल विकास’ योजना और ‘पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होल्कर महिला स्टार्टअप’ योजना का शुभारंभ किया। उन्होंने पीएम विश्वकर्मा लाभार्थियों को प्रमाणपत्र और ऋण वितरित किए, साथ ही इस योजना की प्रगति के एक वर्ष को यादगार बनाने के लिए एक स्मारक डाक टिकट जारी किया।

प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र के अमरावती में पीएम मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड अपैरल (पीएम मित्र) पार्क की आधारशिला रखी और वहां आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को सशक्त बनाना और उनके कौशल को सम्मानित करना है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि यह योजना भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि पीएम मित्र पार्क वस्त्र उद्योग को वैश्विक शिखर पर पहुंचाने की दिशा में एक अहम प्रयास है। इससे अमरावती और विदर्भ क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन की संभावनाएं बढ़ेंगी और कृषि क्षेत्र को भी फायदा होगा।

उन्होंने कहा कि पारंपरिक कौशल को पुनर्जीवित कर देश को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना सरकार का प्रमुख लक्ष्य है।

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