नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट (IS) से कथित संबंधों के आरोप में दरियागंज निवासी रिजवान अब्दुल को गुरुवार रात गिरफ्तार कर लिया है. रिजवान को पुणे मॉड्यूल का प्रमुख संचालक माना जाता है, उसपर NIA ने 3 लाख रुपये का इनाम भी रखा था.
पुलिस ने उसके खिलाफ UAPA के तहत केस दर्ज किया है. रिजवान NIA की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल था. रिजवान जुलाई 2023 में पुणे पुलिस की कस्टडी से भाग गया था. रिजवान के नेटवर्क को खत्म करने के लिए दिल्ली पुलिस की छापेमारी अब भी जारी है.
दिल्ली के दरियागंज के रहने वाले अली ने कथित तौर पर पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल के अन्य सदस्यों के साथ दिल्ली और मुंबई में कई हाई-प्रोफाइल ठिकानों की खबर ली थी. पुलिस ने उसके कब्जे से हथियार बरामद किए हैं. पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल के कई सदस्यों को पुणे पुलिस और एनआईए ने पहले भी गिरफ्तार किया है.
महाराष्ट्र के पुणे में हथियारों, विस्फोटकों, रसायनों और ISIS से संबंधित साहित्य की जब्ती से संबंधित जुलाई 2023 के मामले में एनआईए द्वारा कुल 11 आरोपियों पर आरोप लगाए गए हैं. इस साल मार्च में आतंकवाद रोधी एजेंसी की तरफ से दायर पूरक आरोप पत्र में तीन अन्य आरोपियों के साथ रिजवान अली का नाम शामिल किया गया था.
NIA ने बताया कि सभी आरोपी प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के सदस्य थे और संगठन की आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने की एक बड़ी साजिश के तहत पुणे और उसके आसपास आतंक फैलाने की योजना में शामिल थे. यह भी पाया गया कि आरोपी गुप्त संचार ऐप्स के माध्यम से अपने विदेश स्थित हैंडलर के संपर्क में थे. वे सशस्त्र डकैतियां और चोरियां करके धन जुटा रहे थे और अपनी आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए अपने आकाओं से धन प्राप्त कर रहे थे.