स्विगी, भारत की प्रमुख ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी, अपने IPO के जरिए शेयर मार्केट में कदम रखने जा रही है। कंपनी ने इस IPO के माध्यम से 11,327 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है, जिससे कंपनी का मूल्यांकन लगभग 11.3 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। आइए जानते हैं इस IPO के बारे में विस्तार से।
IPO की डिटेल्स
स्विगी का IPO 6 नवंबर, 2024 से खुलकर 8 नवंबर, 2024 को बंद होगा। कंपनी ने IPO के लिए 371 रुपये से लेकर 390 रुपये तक का प्राइस बैंड तय किया है। इस निर्गम में कुल 11,327 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है, जिसमें से 4,499 करोड़ रुपये नए शेयरों की बिक्री से और 6,828 करोड़ रुपये पहले से मौजूद शेयरों की बिक्री (ओएफएस) से प्राप्त होंगे।
कंपनी का 11.3 अरब डॉलर का मूल्यांकन
स्विगी ने IPO के जरिए 11.3 अरब डॉलर के मूल्यांकन का लक्ष्य रखा है, जो भारतीय मार्केट के लिहाज से बहुत बड़ा है। इस मूल्यांकन के मुताबिक स्विगी का कुल मार्केट मूल्य लगभग 95,000 करोड़ रुपये तक हो सकता है। हालांकि, इसकी प्रतिद्वंदी कंपनी जोमैटो का मार्केट मूल्य लगभग 2.13 लाख करोड़ रुपये है, जो स्विगी से कहीं अधिक है।
स्विगी के सीईओ, रोहित कपूर ने कहा कि कंपनी को अपने मूल्यांकन पर पूरा भरोसा है और उन्होंने साफ तौर पर बताया कि मीडिया में चल रही मूल्यांकन में कमी की खबरें महज अटकलें हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि IPO के मूल्य निर्धारण में कोई बदलाव नहीं किया गया है और जो मूल्य तय किया गया है, वह पूरी तरह से उचित है।
क्या है स्विगी का IPO आकर्षक?
स्विगी का IPO उन निवेशकों के लिए आकर्षक हो सकता है, जो भारतीय फूड डिलीवरी और ई-कॉमर्स सेक्टर में संभावनाएं देख रहे हैं। भारत में ऑनलाइन फूड डिलीवरी का मार्केट तेजी से बढ़ रहा है और स्विगी इस क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी है। इसके अलावा, IPO का मूल्य निर्धारण भी निवेशकों के लिए एक अच्छा मौका हो सकता है, खासकर जब कंपनियों का मूल्यांकन इतने बड़े स्तर पर होता है।
गौरतलब है कि स्विगी का IPO भारतीय मार्केट में एक बड़ा कदम है और यह मार्केट के लिए एक रोमांचक अवसर हो सकता है। निवेशकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण मौका हो सकता है, और कंपनी के भविष्य के लिए यह कदम किसी नई शुरुआत से कम नहीं है। अब देखना यह होगा कि यह IPO निवेशकों के बीच कितना लोकप्रिय होता है और स्विगी के शेयर मार्केट में किस तरह से प्रदर्शन करते हैं।