आम तौर पर सभी लोग गर्मी के मौसम में निकलने वाले पसीने से बेहद परेशान रहते हैं। पसीना शरीर में चिपचिपाहट और दुर्गंध पैदा करता है।हालांकि, गर्मियों में आने वाला पसीना स्वास्थ्य के लिहाज से फायदेमंद साबित होता है। हमारे शरीर को ठंडक देने के साथ पसीना शरीर से गर्मी को दूर करता है।कोलेस्ट्रॉल और नमक जैसे पदार्थ पसीने के जरिए शरीर से बाहर निकाले जा सकते हैं।आइए जानते हैं गर्मी में पसीना आने के स्वास्थ्य लाभ।
प्राकृतिक तौर पर शरीर को मिलती है ठंडक
पसीना आना शरीर को ठंडा रखने का प्राकृतिक तरीका है। जब तापमान बढ़ता है, तो हमारा शरीर पसीने की ग्रंथियों की मदद से त्वचा की सतह पर नमी छोड़ता है।जैसे ही यह नमी भाप बनती है, यह गर्मी को भी दूर ले जाती है। इसके कारण हमारे शरीर का तापमान कम हो जाता है।यह तंत्र उमस भरी गर्मी के महीनों में अत्यधिक गर्मी से बचाता है। पसीना आने से लोग हीटस्ट्रोक का शिकार होने से बच जाते हैं।
शरीर होता है डिटॉक्स
पसीना हमारे शरीर को डिटॉक्स करने के लिए जाना जाता है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों और अशुद्धियों को हटाने में मदद करता है।अल्कोहल, कोलेस्ट्रॉल और नमक जैसे पदार्थों को पसीने के माध्यम से बाहर निकाला जा सकता है, जो हमारे शरीर के शुद्धिकरण के लिए फायदेमंद हो सकता है।यह प्राकृतिक डिटॉक्स त्वचा को साफ और मुंहासों को कम करता है, जिससे गर्मियों से त्वचा का प्रभावित होना कम हो जाता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली होती है मजबूत
एक शोध से पता चलता है कि पसीना हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कर सकता है। पसीने में रोगों से लडऩे वाले पेप्टाइड्स होते हैं, जो बैक्टीरिया और वायरस के खिलाफ प्रभावी होते हैं।ऐसा ही एक पेप्टाइड डर्मसीडिन है, जो पसीने की ग्रंथियों में उत्पन्न होता है। यह त्वचा की सतह पर हानिकारक बैक्टीरिया से लडऩे में मदद करता है।सरल शब्दों में पसीना हमें संक्रमणों से बचाने में सहायक होता है।
त्वचा के स्वास्थ्य में होता है सुधार
पसीना हमारी त्वचा की सेहत पर भी सीधा असर डाल सकता है। यह रोमछिद्रों को खोलकर गंदगी, तेल और अन्य अशुद्धियों को बाहर निकालने में मदद करता है।इसके कारण प्राकृतिक तरीके से ब्लैकहेड्स और मुंहासे कम हो जाते हैं। इसके अलावा पसीने से मिलने वाला प्राकृतिक जलयोजन त्वचा की देखभाल में मदद कर सकता है, जिससे हम अधिक स्वस्थ दिखते हैं।हालांकि, अगर आपकी त्वचा तैलीय प्रकार की है तो अत्यधिक पसीना आपको नुकसान पहुंचा सकता है।
तनाव से मिलता है छुटकारा
एक्सरसाइज जैसी शारीरिक गतिविधियों से निकलने वाला पसीना शरीर में एंडोर्फिन हॉर्मोन को बढ़ता है। यह एक तरह का दर्द निवारक हॉर्मोन है, जिससे शरीर का दर्द ठीक किया जा सकता है।यह हार्मोन हमें जीवन के प्रति सकारात्मक और ऊर्जावान दृष्टिकोण के साथ-साथ उत्साह भी प्रदान कर सकता है। इसके अलावा, गर्मी में पसीना आने से तनाव कम करने में भी मदद मिल सकती है।इससे हमें खुशी का एहसास होता है और चिंताएं दूर हो सकती हैं।