एसटीएफ साइबर टीम ने हवाला ऑपरेटर को महाराष्ट्र से किया गिरफ्तार

ऑनलाइन फ्रॉड का खुलासा, सभी राज्यों की पुलिस को थी तलाश

देहरादून। उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने बैंक खातों और सिम कार्ड सप्लाई करने वाले एक और बड़े हवाला ऑपरेटर को गिरफ्तार कर लिया है। उत्तराखंड एसटीएफ द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, आरोपी को महाबलेश्वर महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि देश के लगभग सभी राज्यों की पुलिस को इस आरोपी की तलाश थी जिसे उत्तराखंड की एसटीएफ टीम ने गिरफ्तार किया है।

उल्लेखनीय है कि गिरफ्तार आरोपी के गिरोह पर पूरे देशभर 159 मुकदमे एवं 3272 विभिन्न साइबर अपराधों में देश भर में आपराधिक तार है। यह इस मामलें की तीसरी गिरफ़्तारी है। इसके पहले इस मामलें में एसटीएफ ने केरला और कर्नाटक से दो लोगों को गिरफ्तार किया था।
आरोपियों के नाम एक और राष्ट्रीय घोटाले में शामिल है जिसमें लगभग 21 करोड़ संदिग्ध राशि के लेनदेन हुई।

कैसे पकड़े गए अपराधी

बता दें कि पीड़ित ने एक मुकदमा दर्ज कराया जिसमें उसने बताया था कि एक अज्ञात व्यक्ति ने अपना नाम लिसा बताते हुए https://in create wealth2.com वेबसाईट पर मुयचल फंड में धनराशि लगाकर लाभ कमाने का लालच दिया जिसके बाद उसनें पीड़ित से 1 करोड रुपये की ऑनलाइन ठगी की। शिकायत के आधार पर साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन मामलें को साईबर थाने में ट्रांसफर किया जिसकी जांच अपर उ0नि0 मुकेश चन्द्र ने की।

काफी छानबीन के बाद साईबर टीम नें कई सबूत इकठ्ठे किए फिर एक और आरोपी यूसुफ मिर्जा खान (46) पुत्र मिर्जा बोला खान निवासी रूम नं0 141, साल्ड पैन रोड, बिहाईंड संगम नगर पुलिस स्टेशन, हिन्दुस्तान नगर, वडाला ईस्ट मुम्बई सिटी महाराष्ट्र को महाबलेश्वर महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया। बता दें कि इस मामले में पहले भी एसटीएफ टीम ने महमीद सरीफ और वैश्यक उनीकृष्णन् को गिरफ्तार किया है।

लोगों को अपने जाल में कुछ तरह फंसाते थे अपराधी

गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि उन्होंने पहले पीडि़त को मलेशिया से व्हाट्सएप पर एक मैसेज कर अच्छा रिटर्न प्राप्त करने के लिए https://in create wealth2.com पर म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सलाह दी थी जिसके बाद पीड़ित ने शुरू में पेटीएम के माध्यम से 10,000/- रुपये दिए थे।

उसके बाद उन्होंने पीड़ित को और लालच देने के लिए भारतीय बैंकों का इस्तेमाल किया जब पीड़ित पूरी तरह उनके जाल में फंस गया तब उन्होंने उसे भारतीय बैंकों में पैसा लगाकर अपनी राशि बढ़ाकर लगभग 30 लाख रुपये कर दिया। जिससे धीरे धीरे ठगों ने पीड़ित से लगभग 1 करोड़ रुपयों धोखे से ले लिए। पूरी प्रक्रिया में जालसाजों ने फर्जी सिम और फर्जी आईडी कार्ड का इस्तेमाल किया।

इन अपराधियों पर देश के सभी राज्यों में एवं केंद्र शासित प्रदेशों में 159 मुकदमे एवं 3272 आपराधिक लिंकेज (Criminal Linkages) दर्ज है। उत्तर प्रदेश 19, महाराष्ट्र 02, तेलंगाना 62, दिल्ली 15, बिहार 07 ,तमिलनाडु 14, हरियाणा 08 कर्नाटक का 15 गुजरात 06 आंध्र प्रदेश 03 छत्तीसगढ़ चार उत्तराखण्ड 02 चंडीगढ़ 02 और उत्तराखण्ड राज्य में ही 54 मामलों में इनके नाम शामिल है।

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