नई दिल्ली। यूपी के हाथरस में 3 जुलाई को सत्संग के दौरान मची भगदड़ से 123 लोगों की जान चली गई थी. इसके अलावा करीब 40 लोग हादसे में घायल हो गए थे. इस मामले में पुलिस की कारवाई लगातार जारी है. इसी बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हाथरस के दुःखद हादसे में मृत हुए 123 लोगों के परिवारों को एक-एक लाख रूपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है.
हादसे में मृतकों के परिजनों को समाजवादी पार्टी द्वारा सहयोग देने हेतु सांसद अक्षय यादव, रामजी लाल सुमन, पूर्व एमएलसी जसवंत सिंह, पूर्व विधायक जफर आलम, पूर्व सांसद बृजेन्द्र सिंह, वीरेश यादव, प्रदेश सचिव रामसहाय यादव सहित कई समाजवादी नेता आगे आए हैं.
हाथरस के सत्संग में कैसे हुआ था हादसा?
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में 3 जुलाई भोलेनाथ बाबा के सत्संग के कार्यक्रम में अचानक भगदड़ मच गई थी. इस हादसे में 123 लोगों की मौत हो गई थी. ये हादसा तब हुआ जब लोग बाबा भोलेनाथ का सत्संग खत्म होने के बाद उनकी कार के पीछे भागने लगे, वहीं जिस पंडाल में ये कार्यक्रम चल रहा था, वहां की मिट्ठी गिली भी थी जिसकी वजह से लोगों के पैर फिसल गए. वहीं लोग एक दूसरे पर चढ़कर भागने लगे.
अनुमति से ज्यादा भीड़ सत्संग में जुटी
हाथरस में हुए सत्संग के आयोजन में केवल 80 हजार लोगों के शामिल होने की परमिशन मिली थी, लेकिन सत्संग में 3 गुना ज्यादा की जुट गई. परमिशन लेते वक्त बरती गई लापरवाही हाथरस हादसे की बड़ी वजह मानी गई. इस सत्संग में करीब ढाई लाख लोगों की भीड़ शामिल हो गई थी. ये भीड़ देश के अलग-अलग राज्यों यूपी, राजस्थान और हरियाणा से पहुंची थी.