हरीश रावत की पुरजोर डिमांड पर पुत्र वीरेंद्र को मिलेगा पॉलिटिकल ब्रेक
तो अब त्रिवेंद्र का मुकाबला करेंगे वीरेंद्र!
23 मार्च को रामपुर तिराहे से दून तक चलेगा पिता-पुत्र का राजनीतिक रथ
देहरादून। उत्तराखंड में कांग्रेस के टिकट को लेकर उतार चढ़ाव जारी है। कांग्रेस हाईकमान व प्रदेश के अन्य नेता पूर्व सीएम हरीश रावत को हरिद्वार से चुनाव लड़वाने पर जुटे हुए हैं। लेकिन हरदा अभी भी अपने पुत्र वीरेन्द्र को ही हरिद्वार के रण में उतारने की जिद पकड़े हुए है। शुक्रवार की रात 10 बजे तक भी हरिद्वार और नैनीताल से प्रत्याशियों के नाम का ऐलान नहीं हुआ। जबकि हाईकमान की पहली पसंद हरिद्वार से हरीश रावत और नैनीताल से पूर्व सांसद महेन्द्रपॉल बने हुए हैं।
सब कुछ फाइनल होने के बाद शुक्रवार को हरीश रावत ने एक बार फिर हाईकमान से अपने पुत्र वीरेंद्र रावत के लिए दबाव बनाया है। दिल्ली से मिल रही खबरों के मुताबिक ऐसा लग रहा है कि हाईकमान हरीश रावत के पुत्र मोह के आगे झुक सकता है। और हरीश की जगह उनके पुत्र वीरेंद्र को कांग्रेस का प्रत्याशी घोषित कर देगा।
सूत्रों का कहना है कि हरीश रावत की गुहार के बाद उनके पुत्र वीरेंद्र ही त्रिवेंद्र रावत के मुकाबले चुनावी जंग करते नजर आएंगे। इस बीच, पूर्व सीएम ने 23 मार्च का कार्यक्रम भी जारी किया है। इस कार्यक्रम के तहत हरीश रावत सुबह 10 बजे रामपुर तिराहा शहीद स्थल से चुनावी अभियान का श्रीगणेश कर। रुड़की, हरिद्वार हिट हुए रात 8 बजे तक रिस्पना पुल, हरिद्वार रोड पहुंचेंगे।
इस काफिले में कांग्रेस के कई नेता भी शामिल होंगे। काफिले में कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर वीरेंद्र रावत की राजनीतिक लांचिंग भी आकर्षण के केंद्र में रहेगी।