नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा के गठन के बाद ससंद का पहला सत्र चल रहा है और आज (1 जुलाई) को सदन की कार्यवाही का छठवां दिन था. इस दौरान कांग्रेस नेता और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपना पहला भाषण दिया. भाषण के बीच राहुल गांधी ने हिंदुत्व पर कुछ ऐसा कह दिया कि प्रधानमंत्री मोदी ने सीट से खड़े होकर विरोध जताने लगे. उन्होंने कहा राहुल जी द्वारा पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना एक गंभीर विषय है. पीएम मोदी के पलटवार पर अब कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने अपने भाई राहुल का बचाव किया है.
उन्होंने कहा कि उनके भाई और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी कभी हिंदुओं का अपमान नहीं कर सकते. उन्होंने सदन में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) व उसके नेताओं के बारे में बोला है.
संसद परिसर में संवाददाताओं से बात करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, ‘मेरे भाई कभी हिंदुओं का अपमान नहीं कर सकते. उन्होंने बहुत स्पष्ट रूप से बोला है. उन्होंने भाजपा और भाजपा के नेताओं के बारे में बात की है.’
राहुल गांधी ने ऐसा क्या कहा कि भड़क उठी बीजेपी
दरअसल, सोमवार को प्रियंका राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर राहुल गांधी के भाषण को सुनने संसद भवन पहुंची थीं. नेता प्रतिपक्ष के तौर पर राहुल गांधी ने सदन में पहली बार किसी प्रस्ताव पर अपनी बात रखी. राहुल ने भाजपा पर देश में हिंसा, नफरत तथा डर फैलाने का आरोप लगाया और दावा किया कि ‘ये लोग हिंदू नहीं हैं क्योंकि 24 घंटे हिंसा की बात करते हैं.’
प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह ने जताई आपत्ति
उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए यह भी कहा- कि हिंदू कभी हिंसा नहीं कर सकता, कभी नफरत और डर नहीं फैला सकता. राहुल गांधी ने जब भाजपा पर यह आरोप लगाया तो प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने आपत्ति जताते हुए कहा- कि कांग्रेस नेता ने पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहा है.