श्री कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मस्जिद के विवादित मामले के मुख्य पक्षकार को पाकिस्तान से व्हाट्सएप मैसेज के जरिए बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। 13 नवंबर की रात करीब 9:36 बजे पाकिस्तान के एक नंबर से भेजे गए मैसेज में 19 नवंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट और 20 नवंबर को पक्षकार को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। इस गंभीर मामले की सूचना श्री कृष्ण जन्मभूमि के पक्षकार आशुतोष पांडेय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दी, जिसके बाद मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव ने एसटीएफ और एटीएस को जांच सौंपी है। साथ ही मथुरा पुलिस भी मामले की जांच में जुट गई है।
पाकिस्तान से धमकी वाले व्हाट्सएप मैसेज
आशुतोष पांडेय, जो श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष भी हैं, को यह धमकी भरा व्हाट्सएप मैसेज पाकिस्तान के नंबर +92 302 9854231 से आया। मैसेज में उन्हें और इलाहाबाद हाईकोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। इसके बाद उन्होंने तुरंत मथुरा पुलिस को सूचना दी और मुख्यमंत्री को मेल के जरिए शिकायत की। मुख्यमंत्री के मुख्य सचिव संजय प्रसाद ने त्वरित कार्रवाई करते हुए डीजीपी को इस मामले में जांच के निर्देश दिए।
मामले की तफ्तीश और धमकियों की श्रृंखला
आशुतोष पांडेय ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब उन्हें धमकी मिली है। इससे पहले भी उन्हें सात बार जान से मारने की धमकी मिल चुकी है। इन धमकियों की विभिन्न रिपोर्टें विभिन्न थानों में दर्ज की गई हैं, जिनमें से कुछ धमकियां सोशल मीडिया के माध्यम से दी गई थीं। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी शिकायत पर ही शाही ईदगाह की बिजली काटी गई थी और चोरी का मुकदमा भी दर्ज हुआ था।
19 नवंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट में महत्वपूर्ण सुनवाई
19 नवंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट में श्री कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मस्जिद से संबंधित 18 मामलों पर सुनवाई होनी है। आशुतोष पांडेय का कहना है कि इन मामलों की सुनवाई में उन्हें शामिल होने से रोकने के लिए यह धमकी दी जा रही है।
पुलिस और एसटीएफ की जांच जारी
मथुरा पुलिस और एटीएस की संयुक्त टीम इस मामले की जांच में जुट गई है। एसपी सिटी डॉ. अरविंद कुमार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई की और आरोपी तक पहुंचने के लिए सभी संभव कदम उठाए जा रहे हैं।
यह मामला कानून और व्यवस्था के लिहाज से बेहद संवेदनशील है, और पुलिस प्रशासन इस मामले में पूरी गंभीरता से जांच कर रहा है।