नई दिल्ली। किसानों ने पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से अपना ‘दिल्ली चलो’ मार्च शुरू कर दिया है। मार्च शुरू करने से पहले किसानों ने अपनी बात लोगों के आगे रखी।पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि हमने एक समाधान खोजने की कोशिश की ताकि हमें सरकार के खिलाफ खड़ा न होना पड़े। हम लंबे समय से उम्मीद कर रहे थे कि कुछ दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
सरवन सिंह पंधेर कहते हैं ने कहा कि बीते दिन यानी 12 फरवरी को 5 घंटे की लंबी वार्ता में हमने हरियाणा की स्थिति सरकार के सामने रखी। पंजाब और हरियाणा के लोगों पर अत्याचार किया जा रहा है। ऐसा लगता है कि ये दोनों राज्य अब भारत का हिस्सा नहीं हैं, इन्हें अंतरराष्ट्रीय सीमा माना जा रहा है। दिल्ली पुलिस हमे गोली मारे या लाठी मारे। हम दिल्ली जाएंगे जरूर।
किसानों के दिल्ली कूच से पहले किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, ‘हम सरकार पर भरोसा कर 5 घंटे बैठक में मौजूद रहे। भारत के 2 राज्य पंजाब और हरियाणा इंटरनेशनल बॉर्डर बन गए हैं। किसानों की पासपोर्ट रद्द करने की धमकी दी जा रही है। मीटिंग में बैठे-बैठे हमारे ट्विटर हैंडल बंद हो गए। सरकार हमे उलझाए रखना चाहती है। सरकार ने हमारे लिए कीलें उगाई। हम अन्न उगाते हैं। हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण है।
MSP समेत कई मांगों को लेकर पंजाब और हरियाणा समेत कई राज्यों के किसान आज दिल्ली कूच करने वाले हैं। इसे देखते हुए दिल्ली की सभी सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और बैरिकेडिंग लगाई गई है। डीएनडी और चिल्ला बॉर्डर पर कई किलोमीटर लंबा जाम लगा है। वहीं, गुरुग्राम में भी लोग जाम में फंसे हुए हैं।