नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प के अनुरूप 100 दिवसीय कृषि कार्ययोजना के संबंध में विस्तार से चर्चा की।
चौहान ने अधिकारियों से कहा कि वे अपना पूरा ध्यान किसान-उन्मुखी कार्यों पर केन्द्रित करें, ताकि प्रधानमंत्री के संकल्प के अनुरूप तेजी से कार्य हो सकें। केंद्रीय मंत्री ने मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों की विभागीय कार्ययोजना के सभी पहलुओं को समझते हुए देश के कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने तथा किसानों की पीड़ा को कम करने के लिए मजबूत कदम उठाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि हमारे किसान भाई-बहनों को गुणवत्तापूर्ण खाद, बीज तथा अन्य इनपुट की उपलब्धता प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित की जानी चाहिए। मंत्री ने कहा कि किसानों को इस संबंध में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए तथा इस बात का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि देश में कृषि उत्पादन और उत्पादकता बढ़नी चाहिए तथा हमें एक ठोस कार्ययोजना लागू करनी चाहिए, ताकि हम अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ दुनिया के अन्य देशों को उनकी जरूरतों के अनुसार गुणवत्तापूर्ण कृषि उत्पाद निर्यात कर सकें। बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों ने विभागवार योजनाओं का प्रस्तुतीकरण दिया। बैठक में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर और श्री भागीरथ चौधरी, कृषि सचिव मनोज आहूजा तथा कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग (डेयर) के सचिव और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के महानिदेशक डॉ. हिमांशु पाठक भी मौजूद थे।