पालघर। पालघर जिले के वसई में एक ऑटो वाले के साथ बहस के दौरान दिल का दौरा पड़ने से ठाणे शिवसेना (UBT) नेता के 45 वर्षीय बेटे की मौत हो गई। इसके बाद पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस उपायुक्त जयंत बाजबले ने बताया कि अविभाजित शिवसेना के पूर्व ठाणे जिला प्रमुख रघुनाथ मोरे के बेटे, मिलिंद मोरे अपने परिवार के साथ नवापुर के एक रिसॉर्ट में थे, जब रविवार देर शाम यह घटना हुई।
उन्होंने कहा, ‘रिसॉर्ट से बाहर निकलते समय उनकी एक रिक्शा चालक से बहस हो गई, जिसके दौरान वह गिर गए और उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया और मौत का कारण दिल का दौरा बताया।’ डीसीपी ने बताया कि मोरे के परिजनों की शिकायत के आधार पर एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बढ़ रहे हैं हार्ट अटैक के मामले
पार्टी पदाधिकारियों ने कहा कि मिलिंद मोरे शिवसेना (यूबीटी) की ठाणे इकाई के उप प्रमुख थे। हाल के दिनों में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जिनका पारिवारिक इतिहास रहा है, उन्हें 25 साल की उम्र में और अन्य लोगों को 30 साल की उम्र तक अपने पूरे शरीर की जांच करानी चाहिए। इससे अगर कोई बड़ी बीमारी होगी, तो उसका समय पर इलाज हो सकेगा।
कम उम्र के युवा भी हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं। हार्ट अटैक से रोजाना लगभग 18 मिलियन लोगों की मौत होती है और विशेषज्ञों के अनुसार यदि मरीजों को समय पर मेडिकल हेल्प मिल जाए, तो इनमें से कई मौतों को रोका जा सकता था। हार्ट अटैक के आने से पहले सीने में तेज दर्द होता है, खासकर सीने के बीच में। हार्ट अटैक के लक्षणों में उल्टे हाथ में दर्द रहना भी शामिल है, और सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है।