नई दिल्ली। ब्रिटेन की प्रमुख दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) ने हाल ही में ये माना था कि कोविशील्ड वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं. हालांकि ये रेयर ऑफ द रेयरेस्ट होंगे. इसके बाद से इस वैक्सीन को लेकर भारत में कई सवाल उठ रहे हैं. अब इस मामले पर सीरम इंस्टीट्यूट (Serum Institute of India) का भी बयान आया है.
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के प्रवक्ता ने बुधवार को कहा, ‘हम चल रही चिंताओं को पूरी तरह से समझते हैं और पारदर्शिता और सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता पर जोर देना महत्वपूर्ण है. शुरू से ही, हमने सभी प्रोडक्ट पैकेजिंग में टीटीएस पर रेयर ऑफ द रेयरेस्ट साइड इफेक्ट्स का खुलासा किया था.’
सीरम ने आगे कहा, ‘वैश्विक महामारी के दौरान सामने आई चुनौतियों के बावजूद, वैक्सीन की सुरक्षा सर्वोपरि बनी हुई है. कोविशील्ड ने दुनियाभर में लोगों की जान बचाई है.’ बता दें कि, एस्ट्राजेनेका ने दुनियाभर से अपने कोविड-19 रोधी टीके वापस मंगाने शुरू कर दिए हैं.
एस्ट्राजेनेका ने सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के साथ मिलकर भारत को कोविशील्ड टीकों की आपूर्ति की थी. कंपनी ने एक बयान में कहा कि महामारी के बाद से उपलब्ध टीकों की अधिक संख्या को देखते हुए इन्हें वापस मंगाने की प्रक्रिया शुरू की गई है.
एसआईआई (सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया) ने कहा कि उसने दिसंबर 2021 से कोविशील्ड की अतिरिक्त खुराक का निर्माण और आपूर्ति बंद कर दी है. एसआईआई ने दोहराया उसने 2021 में पैकेजिंग में खून के थक्के जमने के साथ- साथ प्लेटलेट कम होने सहित सभी दुर्लभ से बहुत दुर्लभ दुष्प्रभावों की जानकारी दी थी.
एस्ट्राजेनेका ने कोविड-19 टीके विकसित करने के लिए ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के साथ साझेदारी की थी. इन टीकों को भारत में कोविशील्ड और यूरोप में ‘वैक्सजेवरिया’ के नाम से बेचा गया था.
यूरोपीय संघ (ईयू) की औषधि नियामक यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी ने मंगलवार को एक नोटिस जारी कर पुष्टि की कि मार्च में एस्ट्राजेनेका द्वारा मंजूरी वापस लेने के बाद वैक्सजेवरिया अब ईयू के 27 सदस्य देशों में इस्तेमाल के लिए अधिकृत नहीं है.
इससे पहले, वैश्विक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार किया था कि उसकी कोविड-19 वैक्सीन के बहुत ही दुर्लभ दुष्प्रभाव हो सकते हैं. कंपनी ने दुष्प्रभावों का जिक्र किए बिना कहा था, ‘वैश्विक महामारी को समाप्त करने में वैक्सजेवरिया ने जो भूमिका निभाई, उस पर हमें अविश्वसनीय रूप से गर्व है.’
कंपनी ने कहा, ‘स्वतंत्र अनुमान के अनुसार टीकों का इस्तेमाल शुरू होने के बाद के पहले वर्ष में 65 लाख से अधिक लोगों की जान बचाई गई और दुनियाभर में तीन अरब से अधिक खुराकों की आपूर्ति की गई.’