जम्मू: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। 18 सितंबर को पहले चरण के मतदान के साथ ही उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद होनी शुरू हो जाएगी। चुनाव से पहले घाटी में राजनीतिक दलों के बीच तालमेल बिठाने की कवायद तेज हो गई है। इसी क्रम में गुरुवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने अपने गठबंधन का ऐलान किया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने गठबंधन का ऐलान करते हुए बताया कि दोनों पार्टियां 90 सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ेंगी। श्रीनगर में हुई इस बैठक के बाद राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने राज्य का दर्जा वापस दिलाने को कांग्रेस की प्राथमिकता बताया।
बीजेपी पर राहुल गांधी का हमला
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा, “हम आपके लिए राज्य का दर्जा चाहते हैं, यह आपके दिल में है। हम चाहते हैं कि आप अपने राज्य को उसी तरह चलाएं जैसे आप चाहते हैं। यही वह संदेश है जिसे बताने के लिए हम यहां आए हैं।” उन्होंने कहा कि जम्मू की अपनी एक संस्कृति और इतिहास है, और कांग्रेस इन सभी संस्कृतियों और भाषाओं को संरक्षित करना चाहती है। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, “बीजेपी की सोच अलग है, वे रिमोट कंट्रोल के जरिए पूरे देश को नागपुर से चलाना चाहते हैं।”
पीएम मोदी पर भी साधा निशाना
राहुल गांधी ने आगे कहा, “यह कांग्रेस और आरएसएस के बीच विचारधाराओं की लड़ाई है। मैं संसद में बैठता हूं और पीएम मोदी को देखता हूं। आपने उनका विश्वास खत्म कर दिया है, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें इतना मानसिक तनाव दिया है कि उनका मनोविज्ञान ही चरमरा गया है।”
तीन चरणों में होगा मतदान
भारतीय निर्वाचन आयोग (ECI) ने जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। 90 विधानसभा सीटों पर तीन चरणों में मतदान होगा। पहले चरण के लिए वोटिंग 18 सितंबर, दूसरा 25 सितंबर और आखिरी चरण के लिए 1 अक्टूबर को होगी। चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने गुरुवार को एक महत्वपूर्ण बैठक के बाद अपने गठबंधन का ऐलान किया। वहीं, भाजपा की ओर से अभी तक चुनावी रणनीति को लेकर कोई स्पष्ट घोषणा नहीं की गई है।