नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखी है। इसमें कांग्रेस सांसद ने हाथरस में मची भगदड़ के पीड़ितों के लिए मुआवजे की राशि बढ़ाने का आग्रह किया है। इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा दिए जाने की मांग की है। आदित्यनाथ को लिखे पत्र में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि मुआवजा जल्द से जल्द दिया जाना चाहिए और घायलों को उचित उपचार मुहैया कराया जाना चाहिए।
राहुल गांधी ने हाथरस कांड के पीड़ित परिवारों से शुक्रवार को मुलाकात की थी। आदित्यनाथ ने घोषणा की थी कि मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये मुआवजा दिया जाएगा। राहुल गांधी ने छह जुलाई को आदित्यनाथ को लिखे अपने पत्र में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से घोषित मुआवजा अपर्याप्त है। मैं आग्रह करता हूं कि मुआवजे की राशि बढ़ाई जाए और इसे जल्द से जल्द दिया जाए।
राहुल गांधी ने कहा कि घायलों को उचित उपचार और उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हाथरस में भगदड़ की घटना में 120 से अधिक लोगों की मौत की खबर से मैं स्तब्ध हूं। मैं हृदय में पीड़ा के साथ आपको यह पत्र लिख रहा हूं और मुझे पता है कि आप भी उस पीड़ा को महसूस कर रहे होंगे। राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने अलीगढ़ और हाथरस जिलों के कई पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उनका दर्द बांटने की कोशिश की।
राहुल गांधी ने सीएम योगी लिखे पत्र में कहा कि हादसा इतना दुखद है कि परिजन से मिलते समय मेरे पास सांत्वना के लिए शब्द कम पड़ गए। अनेक परिवारों ने इस दुर्घटना में अपना जो कुछ भी खोया है, उसकी पूर्ति तो किसी तरह संभव नहीं है लेकिन हम पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद करके उनकी पीड़ा को कम करने का प्रयास अवश्य कर सकते हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि पीड़ित परिवारों ने मुझसे यह भी साझा किया कि इस पूरी घटना के लिए स्थानीय प्रशासन की लापरवाही और असंवेदनशीलता जिम्मेदार है। इस मामले में उचित और पारदर्शी जांच न केवल भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने की दिशा में एक कदम होगी, बल्कि इससे इन पीड़ित परिवारों का न्याय व्यवस्था में विश्वास भी पुन: स्थापित होगा। उन्होंने कहा कि न्याय के नजरिए से भी दोषियों को कठोर सजा दिया जाना आवश्यक है। दुख की इस घड़ी में हम सभी का दायित्व है कि हम पीड़ित परिवारों का साथ दें। कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यकर्ता और स्वयं मैं इस मामले में आपकी हरसंभव मदद के लिए उपलब्ध हैं। आशा है कि इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए आप सहायता के संदर्भ में किए जाने वाले कार्यों को विशेष प्राथमिकता देंगे।