नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका की यात्रा पर हैं। सोमवार को जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने भारत के चुनाव आयोग पर सवाल खड़े कर दिए। अपने संबोधन में राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि भारत में लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए समान अवसर उपलब्ध नहीं हैं और चुनाव निष्पक्ष नहीं होते।
राहुल गांधी का आरोप: “चुनाव नियंत्रित थे”
राहुल गांधी ने कहा, “मैं इसे स्वतंत्र चुनाव नहीं मानता, बल्कि इसे काफी हद तक नियंत्रित चुनाव मानता हूं। मुझे नहीं लगता कि अगर निष्पक्ष चुनाव होते तो भाजपा 240 से ज्यादा सीटें जीत पाती।” राहुल ने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग सरकार के इशारों पर काम कर रहा था, जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे देश में अपना एजेंडा चला सके।
प्रधानमंत्री मोदी पर राहुल गांधी का निशाना
कार्यक्रम के दौरान राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री को सत्ता में लाने वाला गठबंधन ही अब ध्वस्त हो चुका है। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ प्रधानमंत्री के बारे में नहीं है, बल्कि इससे कहीं अधिक गहरा मुद्दा है। श्री नरेंद्र मोदी को सत्ता में लाने वाला गठबंधन अब टूट चुका है।”
“बैंक खाते सील होने के बीच चुनाव लड़ा”
राहुल गांधी ने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी ने अपने बैंक खातों के सील होने के बावजूद चुनाव लड़ा और मोदी सरकार के विचार को चुनौती दी। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री अब संसद में मनोवैज्ञानिक रूप से उलझ गए हैं और यह समझने में असमर्थ हैं कि यह कैसे हुआ।”
‘प्रधानमंत्री को चुनाव में मुश्किलों का सामना करना पड़ा’
राहुल ने कहा कि आधे चुनावी प्रचार के बाद भी प्रधानमंत्री मोदी को यह एहसास नहीं था कि उन्हें 300 या 400 सीटें मिलेंगी। उन्होंने कहा, “हमें विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिल रही थी, और यह स्पष्ट था कि वे मुश्किल में थे।”
राहुल गांधी का अमेरिका दौरा
राहुल गांधी शनिवार को अमेरिका पहुंचे थे, जहां उन्होंने टेक्सास के डलास में भारतीय समुदाय और युवाओं से मुलाकात की। उनकी वाशिंगटन डीसी में अमेरिकी सरकार के सांसदों और वरिष्ठ अधिकारियों से भी मुलाकात करने की योजना है।