नई दिल्ली। हाथरस में मची भगदड़ में करीब 123 लोगों ने अपनी जान गवां दी थी और बड़ी संख्या में लोग इस हादसे में घायल हो गए थे, वहीं कुछ के लापता होने की खबर सामने आई थी. शुक्रवार (5 जुलाई) को राहुल गांधी भगदड़ प्रभावित हाथरस का दौरा करने के लिए पहुंचेंगे, लेकिन इससे पहले राहुल गांधी अलीगढ़ के पिलखना गांव में हाथरस हादसे में मरने वाले लोगों के परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे हैं. आपको बता दें कि इस हादसे को लेकर कांग्रेस पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने गहरा शोक जताते हुए गुरुवार को इस बात की जानकारी दी थी कि राहुल गांधी जल्द ही घटनास्थल का दौरा करेंगे. इसके अलावा उन्होंने ये भी बताया था कि राहुल गांधी इस हादसे से प्रभावित लोगों के सहायता प्रदान भी करेंगे.
आपको बता दें कि इस मामले में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है. जिसमें सत्संग में मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर और कई अन्य आयोजकों का नाम शामिल है. पुलिस ने इस मामले में अभी तक 30 से ज्यादा सेवादारों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. वहीं आपको बता दें कि एफआईआर में अब तक भोले बाबा का नाम शामिल नहीं है जिनका सत्संग था .हादसे के बाद भोले बाबा फरार है. वहीं यूपी पुलिस भोले बाबा के सेवादारों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है. अब तक पुलिस सेवादारों की तलाश में हाथरस, मैनपुरी, एटा, कासगंज, मथुरा, इटावा, फरुखाबाद, आगरा और मेरठ समेत कई जिलों में छापेमारी कर चुकी है.
#WATCH | Uttar Pradesh: Congress MP Rahul Gandhi reaches the residence of a victim of the Hathras stampede, in Aligarh.
The stampede happened on July 2 claiming the lives of 121 people pic.twitter.com/KtadndrPgk
— ANI (@ANI) July 5, 2024
कैसे मची भगदड़ ?
यूपी के हाथरस में मंगलवार (2 जुलाई) को बाबा भोलेनाथ के सत्संग कार्यक्रम में अचानक भगदड़ मच गई. सत्संग खत्म होने के बाद जब बाबा भोलेनाथ कार में बैठकर वापिस जाने लगे. तभी उनको देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग उनके पीछे भागे. पंडाल की मिट्ठी गिली भी थी जिसकी वजह से लोगों के पैर फिसल गए. जिसमें कि 123 लोगों की मौत हो गई. आपको बता दें कि सत्संग आयोजन में केवल 80 हजार लोगों के शामिल होने की परमिशन मिली थी लेकिन कार्यक्रम में लगभग 3 गुना ज्यादा भीड़ जुट गई.