नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा के गठन के बाद संसद के पहले सत्र के छठे दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जोरदार भाषण दिया. राहुल भगवान शिव की तस्वीर लेकर संसद पहुंचे और केंद्र की ‘मोदी सरकार’ पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि- सत्य, अहिंसा और साहस हमारा हथियार है. भगवान शिव का त्रिशूल अहिंसा का प्रतीक है.
शिव के बाएं हाथ में रखा त्रिशूल अहिंसा का प्रतीक
हालांकि संसद में शिव जी की तस्वीर दिखाने पर स्पीकर ओम बिरला ने राहुल को टोका और कहा कि नियम के तहत यह सही नहीं है. इस पर नेता ने कहा, तस्वीर के जरिए मैं कुछ बताना चाहता हूं. भगवान शिव से हमें लड़ने की शक्ति मिलती है, इनसे हमें सच से कभी पीछे नहीं हटने की प्रेरणा मिलती रही है. कांग्रेस नेता ने कहा शिव के बाएं हाथ में रखा त्रिशूल अहिंसा का प्रतीक है. यदि ये सीधे हाथ में होता तो यह हिंसा का प्रतीक होता…सत्य, साहस और अहिंसा हमारा संबल है.
गुरुनानक देव और ईसा मसीह का भी किया जिक्र
भगवान शिव की तस्वीर के अलाव राहुल गांधी के हाथ में गुरुनानक और ईसा मसीह की तस्वीर भी दिखाई दी. नेता ने सभी धर्मों में बताए जाने वाले साहस को लेकर बात की. गुरुनानक देव की फोटो पकड़ राहुल ने कहा कि वाहेगुरुजी फतेह और वाहेगुरुजी दा खालसा. नेता ने इसका मतलब समझाते हुए कहा कि गुरुनानक जी भी कहते हैं कि डरो मत…सत्य का साथ दो और अहिंसा के खिलाफ खड़े हो.
कांग्रेस नेता ने कहा ईसा मसीह की तस्वीर में भी आप सब को अभय मुद्रा दिखाई देगी. उन्होंने कहा कि अगर कोई आपको थप्पड़ मारता है, तो अगला गाल भी आगे कर दो. भगवान बुद्ध और महावीर की तस्वीरों को दिखाते हुए राहुल ने कहा कि इन सभी लोगों का कहना है कि डरो मत और डराओ भी मत.
राहुल के इस बयान पर सदन में मच गया हंगामा
राहुल गांधी ने आगे कहा कि जो लोग अपने आप को हिंदू कहते हैं, असल में वो 24 घंटे हिंसा और नफरत पैदा कर रहे. यदि आप हिंसा और नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं तो आप हिंदू हो ही नहीं. कांग्रेस नेता के इतना कहते ही सदन में हंगामा मच गया, और बीजेपी समेत एनडीए के सभी सांसद खड़े होकर हल्ला मचाने लगे.