मुंबई। बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी अक्षय शिंदे की पुलिस मुठभेड़ में मौत से महाराष्ट्र सरकार पर गंभीर सवाल उठे हैं। बुधवार को बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस मुठभेड़ पर महाराष्ट्र पुलिस से तीखे सवाल पूछे। वहीं, विपक्ष ने राज्य की एकनाथ शिंदे सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाए हैं।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पुलिस कार्रवाई का बचाव करते हुए कहा कि पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई। उन्होंने विरोधियों पर पलटवार करते हुए कहा कि जिन नेताओं ने पहले अक्षय शिंदे को फांसी देने की मांग की थी, वे अब पुलिस पर सवाल उठा रहे हैं।
पुलिस ने आत्मरक्षा में की कार्रवाई
मुंबई कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, “पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई। अगर आरोपी भाग जाता तो विपक्ष पुलिस पर सवाल उठाता कि क्या बंदूकें सिर्फ दिखाने के लिए थीं। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी जिसमें पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। हमें पुलिस का समर्थन करना चाहिए।”
‘अगर आरोपी भाग जाता तो विपक्ष सवाल उठाता’
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “अगर अक्षय शिंदे भाग गया होता, तो विपक्ष ने पुलिस पर सवाल खड़े कर दिए होते। उन्होंने कहा कि आरोपी की चार पत्नियां थीं और एक ने उसके खिलाफ अप्राकृतिक यौन संबंध का मामला दर्ज कराया था। वह एक निर्दयी व्यक्ति था।”
विपक्ष पर पाखंड की राजनीति का आरोप
शिंदे ने विपक्ष पर पाखंड की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “विपक्ष ने पहले आरोपी को फांसी देने की मांग की थी और अब एनकाउंटर पर सवाल उठा रहे हैं। महाराष्ट्र के लोग समझदार हैं और इस पाखंड की राजनीति का जवाब आगामी विधानसभा चुनावों में देंगे।”