सचिव पंकज पांडेय बार्डर रोड आर्गनाइजेशन और आईटीबीपी की टीम के साथ कर रहे ग्राउंड जीरो पर सड़कों का निरीक्षण
देहरादून। लोक निर्माण विभाग ने मानसून आगमन से पहले की तैयारियां पूरी कर ली हैं। लोक निर्माण विभाग के सचिव डा. पंकज पांडे एक सप्ताह तक प्रदेश के सीमांत इलाकों की सड़कों का जायजा लेंगे। इस दौरान उनके साथ बार्डर रोड आर्गनाइजेशन (बीआरओ) और आईटीबीपी की टीम भी रहेगी। मंगलवार को उन्होंने सितारगंज-टनकपुर एनएच-9 का जायजा लिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों और इंजीनियरों को निर्देश दिये है कि भूूस्खलन को लेकर संवेदनशील स्थानों को चिहिन्त किया जाए और यह सुनिनिश्चत किया जाएं कि यातायात सुचारू रहे।
लोक निर्माण विभाग के सचिव डा. पंकज पांडे 19 जून को टनकपुर- पिथौरागढ-गुंजी नेशनल हाईवे का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद 20 जून को वह सीमांत क्षेत्र के ओल्ड लिपुलेख सड़क का निरीक्षण करेंगे। यह सड़क सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। इस दौरान उनके साथ बीआरआर और आईटीबीपी की टीम भी रहेगी। इस दौरान वह बीआरओ, आईटीबीपी, सेना, जिला प्रशासन और एनएच के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी करेंगे। इसके अलावा वह गुंजी-ज्योलिकोंग मार्ग का निरीक्षण करने के साथ ही यहां आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण और समीक्षा करेंगे।
लोनिवि सचिव डा. पंकज पांडे 21 जून को पार्वती कुंड, गुंजी में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह में शिरकत करेंगे। इसके बाद वह अल्मोड़ा में घाट-अल्मोड़ा एनएच 309 बी का निरीक्षण करेंगे। 22 जून को वह अल्मोड़ा-भवाली-ज्योलीकोट-हल्द्वानी एनएच 109 का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद शनिवार को वह देहरादून लौट आएंगे।
लोक निर्माण विभाग के सचिव पंकज पांडे ने बताया कि मानसून सीजन हेतु मशीनों और नोडल अधिकारियों की तैनाती की जा चुकी है। अधिकारियों को निर्देश दिए की मॉनसून सीजन के दौरान अधिकारी फोन पर अपनी उपलब्धता सुनिश्चित करें और जनता को होने वाली सभी समस्याओं का समय से निराकरण करें।
लोक निर्माण विभाग के सचिव पंकज पांडे ने बताया कि पीएमजीएसवाई एकमुश्त रखरखाव के अंतर्गत पीएमजीएसवाई से लोक निर्माण विभाग को हस्तानांतरित 276 मार्ग जिनकी लागत करोड़ है के सापेक्ष 136 मार्गो में कार्य पूर्ण कर लिया गया है। जबकि 121 मार्गो में कार्य प्रगति पर है और 19 मार्गो में निविदा प्रक्रिया गतिमान है। उक्त योजना के तहत अभी तक 178.67 करोड़ का व्यय किया जा चुका है।