नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (27 जून) को कहा कि संसद के दोनों सदनों में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन ने प्रगति और सुशासन का रोडमैप प्रस्तुत किया. पीएम मोदी ने राष्ट्रपति के संबोधन को व्यापक बताया और कहा कि इसमें भारत की तरफ से की जा रही प्रगति और आगे की संभावनाओं को भी शामिल किया गया है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि संसद के दोनों सदनों में राष्ट्रपति का संबोधन व्यापक था और इसमें प्रगति और सुशासन का एक रोडमैप प्रस्तुत किया गया था. इसमें भारत की प्रगति और आगे की संभावनाओं को भी शामिल किया गया था. उनके संबोधन में कुछ प्रमुख चुनौतियों का भी उल्लेख किया गया था, जिनका हमें सामूहिक रूप से सामना करना है.
क्या बोले केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी?
वहीं, केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने कहा कि राष्ट्रपति ने एकजुटता का संदेश दिया, देश को आगे ले जाने का संदेश दिया कि हम 2047 तक कैसे विकसित देश बना सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘यह एक बहुत अच्छा, सकारात्मक संदेश है और यह एक विशेष अवसर है. राष्ट्रपति ने हमें एकजुटता का संदेश दिया, देश को आगे ले जाने का संदेश दिया और बताया कि हम इसे 2047 तक एक विकसित देश कैसे बना सकते हैं. उनके पास एक स्पष्ट दृष्टिकोण और एक स्पष्ट रास्ता है. हमारी लोकतांत्रिक संस्थाएं मजबूत हैं, हमें उन पर गर्व है.
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में सरकार के फैसलों का जिक्र है. नई योजनाएं बजट के जरिए आएंगी, लेकिन विपक्ष की आलोचना का कोई मतलब नहीं है. राष्ट्रपति का अभिभाषण अच्छा था. विपक्ष पर लगाए गए आरोपों में कोई तथ्य नहीं है’