महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। राज्य में 20 नवंबर को एक ही चरण में सभी 288 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक पार्टियों के हौसले और भी बुलंद होते जा रहे हैं। राज्य में मुख्य मुकाबला सत्ताधारी महायुति (Mahayuti Alliance) और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi) के बीच है। NDA नीत महायुति गठबंधन को चुनाव जीतकर एक बार फिर सरकार बनाने का भरोसा है। डिप्टी सीएम और NCP प्रमुख अजित पवार (Ajit Pawar) के बयान से साफ झलक रहा है कि पार्टी आत्मविश्वास से लवरेज है।
कितनी सीटें जीतेगी महायुति?
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सोमवार को भविष्यवाणी की कि सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन आगामी विधानसभा चुनावों में 175 से अधिक सीटें जीतेगा। अजित पवार की NCP के अलावा, महायुति गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व वाली शिवसेना (Shiv Sena) शामिल है। न्यूज एजेंसी ANI के हवाले से अजित पवार ने कहा, “महायुति को 175 से अधिक सीटें मिलेंगी और बारामती में मैं एक लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीतूंगा।”
1991 से बारामती से निर्वाचित हैं अजित पवार
अजित पवार ने बारामती में ग्रामीणों से मुलाकात की और उनके मुद्दों को सुना। एनसीपी प्रमुख 1991 से बारामती निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं। इस बार अजित पवार के खिलाफ इस सीट पर उनके भतीजे युगेंद्र पवार भी चुनाव लड़ रहे हैं। युगेंद्र का यह पहला विधानसभा चुनाव है और वे NCP (शरद पवार) के उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं। महा विकास अघाड़ी गठबंधन में एनसीपी (SP) के अलावा कांग्रेस और शिवसेना (UBT) भी शामिल हैं।
महायुति के घोषणापत्र में क्या-क्या?
6 नवंबर को NCP ने महाराष्ट्र चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी किया, जिसमें ‘लड़की बहन योजना’ की मासिक वित्तीय सहायता राशि को मौजूदा 1,500 से बढ़ाकर 2,100 करने का वादा किया गया है। किसानों के लिए पार्टी ने ‘शेतकरी सम्मान निधि योजना’ की राशि को 12,000 से बढ़ाकर 15,000 प्रति वर्ष करने का वादा किया। अजित पवार ने कहा, “हम सरकार बनने के 100 दिनों के भीतर न्यू महाराष्ट्र विजन पेश करेंगे।”
पार्टी के अन्य वादों में 25 लाख नौकरियां और प्रशिक्षण के माध्यम से 10 लाख छात्रों को 10,000 रुपये मासिक वजीफा प्रदान करना शामिल है। इसमें आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं को 15,000 रुपये मासिक वेतन देने, बिजली बिल में 30 प्रतिशत की कमी लाने और सौर और नवीकरणीय ऊर्जा को प्राथमिकता देने का भी वादा किया गया है।
पिछले चुनाव का क्या है रिजल्ट?
288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के लिए 20 नवंबर को चुनाव होंगे। मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी। बता दें कि साल 2019 के विधानसभा चुनाव में BJP ने 105 सीटें, शिवसेना ने 56 और कांग्रेस ने 44 सीटें जीतीं थीं। साल 2014 में भाजपा ने 122 सीटें, शिवसेना ने 63 और कांग्रेस ने 42 सीटें जीती थीं। राज्य में बहुमत का आंकड़ा 145 है।